उत्तरप्रदेश के नए मुख्यमंत्री का नाम: योगी आदित्यनाथ

नई दिल्ली। फाइनली फैसला हो गया। उत्तरप्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। बीजेपी हाईकमान ने यूपी में अपने फायरब्रांड लीडर और हिंदू हार्डलाइनर इमेज वाले योगी आदित्यनाथ (44) को चुना है। बीजेपी विधायक दल की लखनऊ में शनिवार शाम हुई मीटिंग में योगी के नाम पर मुहर लगाई गई। आदित्यनाथ यूपी के पहले और बीजेपी के दूसरे भगवाधारी सीएम होंगे। योगी से पहले उमा भारती एमपी की सीएम रह चुकी हैं। 

योगी आदित्यनाथ CM क्यों?
पॉलिटिकल एक्सपर्ट श्रीधर अग्निहोत्री का कहना है कि वो 10 कारण बताए, जिसकी वजह से योगी यूपी के सीएम बनाए गए।
1) कट्टर हिंदूवादी चेहरा हैं। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता हैं।
2) मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए नेता हैं। राम मंदिर का मुद्दा उठाते रहे हैं। 
3) 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जैसा पोलराइजेशन इस विधानसभा चुनाव में हुआ है, 2019 में भी हो सकता है।
4) इस चुनाव में वेस्ट यूपी से लेकर पूर्वांचल तक योगी आदित्यनाथ ने जमकर प्रचार किया। माना जा रहा है कि इससे बीजेपी को भारी जीत में काफी फायदा हुआ।
5) बीजेपी को जो बहुमत मिला है, उसमें हिंदुत्व का एजेंडा ही कारगर रहा है।
6) आदित्यनाथ पर करप्शन का कोई आरोप नहीं है। 
7) योगी की कोई लामबंदी नहीं है। उनके साथ गुटबंदी जैसी कोई चीज नहीं है। 
8) पूर्वांचल में अच्छी पकड़ रखते हैं जहां मोदी-राजनाथ-अमित शाह की सबसे ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं।
9) गोरखपुर से 5 बार सांसद रहे हैं। 
10) आरएसएस के करीबी माने जाते हैं। इसलिए उनके नाम पर आसानी से मुहर लगी।

योगी आदि‍त्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से क्या परेशानियां हो सकतीं हैं
योगी को एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपीरिएंस नहीं है। ब्यूरोक्रेसी गुमराह कर सकती है। उनका वीएचपी से ताल्लुक है। मठ मंदिर से आए हैं। उन पर साधु-संन्यासी हावी हो सकते हैं। उन पर ठाकुरवादी होने का आरोप लगता रहा है। अति पिछड़े और अन्य कास्ट के लोग नाराज हो सकते हैं। पार्टी के दूसरे नेताओं के सपोर्टर्स नाराज हो सकते हैं। गुटबाजी हो सकती है। वि‍वादि‍त बयानों को दोहराते हैं तो राजनीति‍क अव्यवस्था पैदा हो सकती है।

शपथ ग्रहण समारोह के टाइम में बदलाव
गवर्नर राम नाइक ने शुक्रवार को लखनऊ में कहा था कि यूपी के नए सीएम कैबिनेट के सहयोगियों के साथ 19 मार्च को शाम 5 बजे कांशीराम स्मृति उपवन में शपथ लेंगे। हालांकि, बाद में समारोह के टाइम में बदलाव किया गया और अब शपथ ग्रहण समारोह रविवार दोपहर 2.15 बजे होगा। इसमें नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

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