पृथ्वीपुर/टीकमगढ़। टीकमगढ़ जिले के ज्यौरा म्यौरा गांव में किराये के मकान में रह रही दो छात्राओं के सुसाइड मामले में एक नया मोड़ आया है। छात्राओं के छोड़े गए सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने उन्हें ट्यूशन देने वाले टीचर को आधी रात अपनी कस्टडी में लिया है। पहले दोनों छात्राएं इसी टीचर के घर पर किराये से रहती थीं, लेकिन बाद में उन्होंने कमरा चेंज कर दिया था।
पुलिस के अनुसार गोवा नीमा का खिरक गांव में रहने वाले देशपाल यादव की 19 वर्षीय बेटी आरती तथा वीरपुरा में रहने वाले सियाराम यादव की 16 वर्षीय बेटी संजू किराए के मकान में रहकर परीक्षा दे रही थीं। आरती 12वीं तथा संजू 10वीं में थी। आरती शादीशुदा थी।
शुक्रवार की देर रात आरती का चचेरा भाई राहुल किसी शादी समारोह से लौटकर आया और दरवाजे खोलने के लिए आवाज दी। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो उसने आसपास के लोगों को बुलाया जिन्होंने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। अंदर जाकर देखा तो दोनों के शव पंखे से लटक रहे थे।
शनिवार को दोनों छात्राओं का पृथ्वीपुर में पोस्टमार्टम कराया गया। दोनों आपस में रिश्तेदार थीं। पृथ्वीपुर थाना प्रभारी विवेक शर्मा ने बताया कि दोनों छात्राएं आपस में रिश्तेदार थीं। वे हायर सेकंडरी स्कूल के सामने संतोष राय के मकान में किराए से रह रही थीं। दोनों का परीक्षा सेंटर लिधाेरा था। आरती को संजू के मामा की लड़की बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, छात्राओं ने सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें उन्होंने पहले कभी ट्यूशन पढ़ाने वाले देवेंद्र नामक युवक पर गलत बात के दबाव डालने का आरोप लगाया है। दोनों छात्राएं दो साल तक देवेंद्र के यहां किराये पर रहती थीं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने घर बदला था। पुलिस ने देवेंद्र को शुक्रवार देर रात कस्टडी में ले लिया है।