न्यूयॉर्क। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में दिन-प्रतिदिन भारतीय मूल के लोगों के खिलाफ नस्ली हिंसा बढ़ते ही जा रहे हैं। कंसास में श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या और साउथ कैरोलिना में भारतीय मूल के व्यवसायी की हत्या के बाद आज एक और भारतीय मूल के व्यक्ति को गोली मारी गई। एक अज्ञात व्यक्ति ने 39 वर्षीय एक सिख को उसी के घर के बाहर गोली मारकर घायल कर दिया। हमलावर गोली चलाते समय चिल्लाते हुए कथित तौर पर कह रहा था- 'अपने देश वापस जाओ।'
सिएटल टाइम्स की खबर के अनुसार, यह सिख व्यक्ति शुक्रवार को वाशिंगटन राज्य के केंट शहर स्थित अपने घर के बाहर अपना वाहन ठीक कर रहा था, तभी वहां एक अज्ञात व्यक्ति आ गया। केंट पुलिस ने कहा कि दोनों व्यक्तियों के बीच कहासुनी हुई। पीड़ित का कहना है कि संदिग्ध व्यक्ति ने 'अपने देश वापस जाओ' जैसी बातें कहीं। इसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने पीड़ित की बाजू में गोली मार दी। पीड़ित के अनुसार, हमलावर छह फुट लंबा एक श्वेत आदमी था। उसने अपने चेहरे के निचले हिस्से को एक नकाब से ढका हुआ था।
केंट पुलिस प्रमुख केन थॉमस ने कहा कि सिख व्यक्ति को हालांकि कोई जानलेवा चोट नहीं आई है लेकिन वे इसे एक बेहद गंभीर घटना के तौर पर देख रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि केंट पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इसके लिए एफबीआई और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क किया है। थॉमस ने कहा, हमारी जांच अभी शुरुआती चरण में है। केंट पुलिस कमांडर जेरोड कासनेर ने कहा कि सिख समुदाय और अन्य इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं। कासनेर ने कहा, देशभर में हालिया तनाव और चिंता के कारण लोग इससे भावनात्मक रूप से जुड़ सकते हैं, खासतौर पर तब जब अपराध एक किसी व्यक्ति के जीने के तरीके और उसके रूप-रंग, वेशभूषा को लेकर किया गया हो।' यह घटना भारतीय समुदाय के खिलाफ किए गए घृणा अपराधों की सीरीज में सबसे हालिया अपराध है।
भय के साये में जी रहे हैं विदेशी
रेंटन में सिख समुदाय के नेता जसमीत सिंह ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि पीड़ित को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित और उसका परिवार हिल गए हैं। उन्होंने कहा, अभी जो कुछ भी चल रहा है, उसमें हम नुकसान की स्थिति में हैं। घृणा का जो माहौल पैदा कर दिया गया है, वह किसी के बीच फर्क नहीं करता। उन्होंने कहा कि उनके समुदाय के लोगों ने गाली गलौच की घटनाओं में इजाफे की जानकारी दी है। उन्होंने कहा, यह गाली-गलौच एक तरह का पूर्वाग्रह है, विदेशियों से लगने वाला एक प्रकार का डर है, जो हमने पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय को निशाना बनाकर किए जाने वाली घटनाओं की संख्या 11 सितंबर के आतंकी हमलों के बाद हुए हमलों की याद दिलाती है।
भारतीय मूल के व्यवसायी की गोली मारकर हत्या
भारतीय मूल के व्यवसायी की हर्निश पटेल की गुरुवार रात करीब 11.24 बजे अमेरिका के साउथ कैरोलिना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। व्यवसायी हर्निश पटेल को उनके घर के बाहर ही हत्या कर दी गई। हर्निश अपनी दुकान बंद की और बमुश्किल 10 मिनट बाद उनके घर के बाहर लांसेस्टर में उनकी हत्या कर दी गई थी। पटेल के एक ग्राहक निकोल जोन्स ने कहा, ‘उसके साथ ऐसा कौन करेगा, वह सभी के साथ बहुत अच्छा था।’ जोन्स और अन्य दोस्तों ने कहा कि पटेल अपने व्यापार के लाभ-हानि को लेकर चिंतित नहीं रहता था। जोन्स ने कहा, ‘अगर किसी के पास पैसे नहीं होते थे तो भी वह लोगों को खाने-पीने का सामान दे देता था।’
भारतीय मूल के इंजीनियर की गोली मारकर हत्या
हर्निश पटेल की हत्या से पहले कंसास शहर में एक अमेरिकी व्यक्ति ने भारतीय मूल के इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की गोली मारकर हत्या कर दी थी और दो अन्य को घायल कर दिया था। गोलियां चलाते समय आरोपी कथित तौर पर चिल्लाते हुए कह रहा था- 'मेरे देश से निकल जाओ'। श्रीनिवास ऑलेथ स्थित गार्मिन मुख्यालय में काम करते थे। हमले में एक और भारतीय और उसके सहकर्मी आलोक मदसाणी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गोलीबारी में घायल दूसरे व्यक्ति की पहचान अमेरिकी नागरिक इयान ग्रीलोट के तौर पर हुई है, जो बीच बचाव करने आया था।