नई दिल्ली। तमिलनाडु में किसानों की स्थिति में सुधार की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर किसानों के कंकाल के साथ लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। बताया जाता है कि यह कंकाल उन किसानों के हैं जिन्होंने ऋण के बोझ में आत्महत्या कर ली थी। जंतर-मंतर पर सांकेतिक पुतले व पोस्टर बैनर के साथ तो लोगों को अक्सर प्रदर्शन करते देखा जाता है।
लेकिन यह पहली बार है जब कोई अपनी मांगों को लेकर नर कंकालों के साथ धरने पर बैठा हो। फिलहाल अभी किसानों की भूख हड़ताल जारी है। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पी अय्याकन्नु ने बताया कि प्रदर्शन में तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से किसान यहां केंद्र सरकार से गुहार लगाने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि यह भूख हड़ताल 100 दिनों तक जारी रहेगी।
किसानों की मांग है कि तमिलनाडु को सूखे से बचाने के लिए कावेरी नदी को संरक्षण दिया जाए। साथ ही कृषि उत्पादों को उचित मूल्यों देने और जलमार्ग परियोजना के तहत नदियों को जोड़ने का काम शुरू किया जाए। किसानों ने ऋण माफी की भी मांग की है जिसके चलते कई किसान आत्महत्या कर चुके हैं।