
आजम को इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने गले से माला निकाल कर फेंक दी। आजम को गुस्सा यहीं नहीं थमा, उन्होंने मीडिया के कैमरों को भी हटाने के लिए कहा। ये सब कुछ देर तक चलता रहा और थोडी देर बाद आजम वहां से जाने लगे। जिलाध्यक्ष ने हाथ जोड़कर आजम को मनाया। जिलाध्यक्ष के कहने पर आजम दोबारा बैठ गए। काफी समझाने के बाद आजम सभा को संबोधित करने के लिए खड़े हुए। सभा में बोलते हुए आजम ने सपा प्रत्याशी लक्ष्मण गुप्ता के लिए वोट मांगे।
मंच से बोलते हुए आजम खान ने एसपी प्रत्याशी लक्ष्मण गुप्ता के लिए कहा कि ये काले जरूर हैं, पर दिलवाले हैं। जिसके बाद सभा में मौजूद लोगों ने खूब तालियां बजाई। आजम ने अपने भाषण में पीएम मोदी और मायावती को भी निशाने पर लिया। आजम ने मायावती पर मुसलमानों को आपस में लड़वाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती ने विधानसभा चुनाव में 103 सीटों पर मुस्लिमों को टिकट देकर मुस्लिमानो को लड़ाने का काम किया है। वहीं श्मशान और कब्रिस्तान वाले बयान को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। मोदी के गधे वाले बयान पर आजम खान ने कहा कि मोदी ने हर सभा में गधे से प्रेरणा लेने की बात कहना शुरू कर दिया। गधा-गधा ही रहता है और उससे प्रेरणा लेने वाला कैसा होग, यह आप भाइयों को बखूबी मालूम है। आरएसएस पर हमला बोलते हुए आजम खान कहा कि ये महीनों नहीं नहाते है और बिना शादी किए ही रह जाते हैं।