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पुलिस के अनुसार निर्माणाधीन गैलेक्सी सिटी में मजदूरी करने वाली अमरवती 26-27 मार्च की दरमियानी रात ट्रैक्टर चालक बालचंद उर्फ गुड्डू से मिलने पड़ोस के मकान में गई थी। मकान के नीचे दोनों की रखवाली भतीजी गुलावती करने लगी। काफी देर बाद भी अमरवती नहीं आई तो गुलावती भी छत पर पहुंच गई। यहां अमरवती और बालचंद को संबंध बनाते हुए देख गुलावती का उनसे विवाद हो गया। इसकी आवाज सुनकर गुलावती का 32 वर्षीय पति गोलू, भूरीबाई, उसका 40 वर्षीय पति इंद्रभान और 40 वर्षीय बच्चा पहुंच गए। उन्होंने दोनों से मारपीट कर उन्हें छत से नीचे फेंक दिया।
हत्या को हादसे की शक्ल देने की कोशिश
आरोपियों ने मकान में ऐसा स्पॉट बनाया कि जैसे लगे की बालचंद छत से गिर गया हो। उसके मुंह में डंडे से मारा गया। बालचंद की मौत होने के बाद वे घायल अमरवती बाई को उठाकर घर ले आए। यहां अमरवती के दिव्यांग पति गैंगलाल ने डंडे से पीटकर हत्या कर दी।
बयानों में उलझ गया परिवार
हत्या के बाद आरोपियों ने हत्याकांड को हादसे की शक्ल देने के लिए घटना स्थल पर सीढ़ियों से गिरने के निशान बनाए। बालचंद की लाश के पास अमरवती की चूड़ियां तक तोड़कर फैलाई गई थी। हालांकि पूछताछ में आरोपियों के अलग-अलग बयानों के कारण पुलिस मामले का खुलासा कर पाई।