नई दिल्ली। कहने को बेटियां बेटों से कम नहीं, लेकिन बेटियां अगर बेटों सी दिखें तो उन्हें खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। ऐसे की एक मामले में इस लड़की ने सजा भुगती। घटना हरियाणा का है। लाखनमाजरा के गांव चिड़ी की छात्रा नेहा 10वीं की परीक्षा देने पहुंची, लेकिन उसका लड़कों सा लुक देख फ्लाइंग को विश्वास ही नहीं हुआ। परीक्षा के बीच ही टीम ने उसे लड़का समझकर उठा दिया।
करीब घंटे भर तक जांच के बाद ही अधिकारियों को नेहा के लड़की होने पर तसल्ली हुई। इस तरह नेहा पेपर हल करने के बजाय एक घंटे तक खुद के लड़की होने का सबूत देती रही। अब छात्रा ने बीईओ को शिकायत देकर ग्रेस मार्क दिलवाने या दोबारा परीक्षा करवाने की गुहार लगाई है। चिड़ी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दसवीं की छात्रा नेहा राजकीय हाईस्कूल नांदल में परीक्षा दे रही है।
बोर्ड परीक्षा के पहले दिन 7 मार्च को अंग्रेजी का पेपर था। परीक्षा शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद बोर्ड की फ्लाइंग केंद्र पर पहुंची और नेहा का पेपर यह कहते हुए छीन लिया कि तू लड़का है और किसी लड़की की जगह उसकी ड्रेस पहन पेपर दे रहा है। छात्रा ने अपने फोटो लगे रोल नंबर से लेकर आधार कार्ड की कॉपी तक का प्रमाण दिया लेकिन अधिकारी नहीं माने।
फ्लाइंग के अन्य अधिकारियों को छात्रा ने बारी-बारी से अपना रोल नंबर और आधार कार्ड दिखाया जिससे उसका करीब एक घंटा समय जाया हो गया। इसके लिए उसे अतिरिक्त समय भी नहीं दिया गया। छात्रा ने बीईओ को लिखित शिकायत देकर ग्रेस मार्क या दोबारा परीक्षा करवाने की गुहार लगाई है।