
लक्ष्मीकांत पारसेकर ने दिया इस्तीफा
अपनी सीट भी बचाने में विफल गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को नहीं जिता पाने के बाद आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। चुनाव नतीजे से यह संकेत मिलने के बाद कि भाजपा 40 सदस्यीय विधानसभा में आधे आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाएगी, पारसेकर ने अपना इस्तीफा राज्यपाल मृदुला सिन्हा को सौंपा। मनोहर पर्रिकर ने कहा कि हार की समीक्षा होगी।
मुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्री हारे
भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 21 सीटें जीती थीं जब वह 2012 में सत्ता में आयी थी। भाजपा को तगड़ा झटका लगा है क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर मांद्रे सीट से चुनाव हार गए। उनके कैबिनेट सहयोगियों दयानंद मांद्रेकर (शियोली) और दिलीप परूलेकर (सालगाव) भी चुनाव हार गए।
RSS के बागी भी हारे
प्रमुख कांग्रेस विजेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत भी शामिल हैं। तटवर्ती राज्य गोवा के चुनावी मुकाबले में पहली बार उतरने वाली आप कोई सीट नहीं जीत पायी। आरएसएस के बागी सुभाष वेलिंगर का गोवा सुरक्षा मंच, शिवसेना को भी कोई सफलता नहीं मिली लेकिन उनकी गठबंधन सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को तीन सीटें मिली।
BJP के आठ मंत्री हारे
चुनाव मैदान में जोर आजमाइश कर रहे आठ में से छह मंत्री हार गए। उनकी हार भाजपा के खराब प्रदर्शन की एक वजह हैं। भाजपा 2012 के पिछली विधानसभा चुनाव में इस तटीय राज्य में अपने बलबूते पर बहुमत हासिल कर विजयी होकर उभरी थी। पारसेकर मांद्रे सीट पर 7000 से अधिक वोटों के अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार दयानंदन सोपटे से हारे।
गोवा फारवर्ड पार्टी ने दिया बीजेपी को झटका
नवगठित गोवा फारवार्ड पार्टी ने भाजपा को दोहरा झटका दिया गया है क्योंकि उसके दो उम्मीदवारों ने निवर्तमान मंत्रिमंडल के दो वरिष्ठ मंत्रियों को पराजित किया है। सियोलिम में जल संसाधन मंत्री दयानंद मांडरेकर को जीएफपी उम्मीदवार विनोद पायेकर ने तथा पर्यटन मंत्री दिलीप पारूलेकर जीएफपी के जयेश सालगोंकार ने हराया।