
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के पीए ने बीएसएससी के अध्यक्ष सुधीर कुमार को पैरवी करने के लिए दो एसएमएस भेजे थे। यह एसएमएस पूरे मामले की जांच कर रही एसआईटी के हाथ लग गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष के पीए द्वारा पहला एसएमएस 9 जनवरी को भेजा गया था। वहीं, दूसरा एसएमएस 20 जनवरी को भेजा गया। एसएमएस सामने आने के बाद एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने मांग किया है कि परमेश्वर राम और सुधीर कुमार ने जिन-जिन लोगों के नाम बताए हैं, उसे सरकार सार्वजनिक करे।
बता दें कि मप्र और बिहार में इस प्रकार का बड़ा ही घनिष्ठ रिश्ता है। मप्र के व्यापमं घोटाले में बिहार के कई लोग आरोपी दर्ज हैं। वहीं BSSC घोटाला भी व्यापमं से सबक लेकर किया गया लगता है। मप्र में भी सत्ताधारी मंत्री और नेताओं की मिली भगत के चलते घोटाला हुआ था। बिहार में भी ऐसा ही कुछ हुआ है। मप्र में भी सीएम शिवराज सिंह का दामन दागदार हुआ था। अब बिहार में भी नीतिश कुमार के माथे पर कलंक लगता प्रतीत हो रहा है।