इंफाल। मणिपुर में सत्ता किसी होगी इसको लेकर पेंच फंस गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों बहुमत का दावा कर रहे हैं। वहीं प्रदेश की राज्यपाल नजमा हेप्तुल्ला ने मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह से तत्काल पद से इस्तीफा देने को कहा है ताकि राज्य में चुनाव बाद नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू की जा सके। राजभवन में एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा, ‘‘ कांग्रेस के इबोबी सिंह ने उप मुख्यमंत्री गाईखामगम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष टीएन हाओकिप के साथ बीती रात राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल ने उनसे तत्काल इस्तीफा देने को कहा जिससे वो राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू कर सकें।
बिना CM के इस्तीफे के नहीं बन सकती नई सरकार
जानकारी के मुताबिक, ‘‘नियमों के मुताबिक जब तक मौजूदा मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा नहीं दे देता तब तक अगली सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकती।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल से मुलाकात के दौरान इबोबी सिंह ने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया और पार्टी के 28 विधायकों की सूची दिखाई। उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्टी को नेशनल पीपुल्स पार्टी :एनपीपी: के चार विधायकों का भी समर्थन हासिल है।’’
विधायकों से मिलने के बाद लेंगी निर्णय
राजभवन के सूत्र ने कहा, ‘‘एनपीपी के चार विधायकों का सामान्य कागज पर नाम देखने के बाद हेप्तुल्ला ने इबोबी सिंह से कहा कि वो एनपीपी पार्टी के प्रमुख और उस पार्टी के निर्वाचित सदस्यों को लेकर आएं।’’ सूत्र ने कहा कि राज्यपाल ने उनसे (इबोबी सिंह से) कहा कि यह उनका (राज्यपाल का) कर्तव्य है कि वो दावों की सच्चाई परखें और वो एक सामान्य कागज को ‘‘समर्थन पत्र’’ के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगी जब तक वो एनपीपी विधायकों से खुद नहीं मिल लेतीं।
BJP ने भी किया है दावा
भाजपा नेतृत्व ने भी अपने 21 विधायकों, एनपीपी अध्यक्ष और पार्टी के चार विधायकों, एक कांग्रेसी विधायक तथा लोजपा तथा तृणमूल कांग्रेस के एक-एक विधायक के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। भाजपा का दावा है कि उसे 60 सदस्यों वाली विधानसभा में 32 विधायकों का समर्थन हासिल है।