नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में करारी हार के बाद कांग्रेस में हताशा है। सत्यव्रत चतुर्वेदी के बाद अब मणिशंकर अय्यर ने कहा कि देश की राजनीति में हम अपना महत्व खो रहे हैं। पार्टी में अब नेतृत्व के स्तर पर बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अब युवा महासचिवों की जरूरत है, पार्टी के वरिष्ठ लोगों को कांग्रेस कार्यसमिति में भेज देना चाहिए। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि जिस तरह किसी व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, ठीक वैसे ही राजनीतिक दलों के जीवन में भी होता है। उन्होंने कहा कि हार से निराश होने की जरूरत नहीं है, बल्कि आशा और उत्साह के साथ आगे बढ़ना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि सुनते आ रहे हैं कि अब बड़ा बदलाव होगा। लेकिन अभी तक तो कुछ ऐसा हुआ नहीं है, अगर बदलाव होता है तो देर आए दुरुस्त होने वाली बात होगी। उन्होंने कहा कि अब समय की मांग ये है कि जो लोग जमीन से जुड़े हैं वो लोग जनता के बीच जाएं और कांग्रेस की नीतियों का प्रचार-प्रसार करें।
कांग्रेस को दशा और दिशा बदलने की जरूरत है, पराजय को बड़ी चीज नहीं मानता हूं, लोकतांत्रिक व्यवस्था में हार और जीत के लिए पार्टियों को तैयार रहना चाहिए। हम हार के बाद भी वापसी कर सकते हैं। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को भी कहा था कि समय रहते जब पार्टी में बदलाव करना चाहिए, उस वक्त बदलाव नहीं किया गया।
गौरतलब है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में करारी हार का सामना करना पड़ा था। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की संख्या ईकाई के अंक में सिमट कर रह गई है।