भोपाल। सिंगरौली जिले के देवसर विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ प्राचार्य ने बिना राज्य शासन की अनुमति लिए 30 गुरुजियों को एरियर्स के रुप में 42 लाख रुपए बांट दिए। यही नहीं उन्होंने स्कूल के रखरखाव के के लिए दिए गए 1.20 लाख रुपए भी निजी खाते में जमा कर स्वयं उपयोग कर लिए। अब राज्य सरकार इस संबंध में जांच करा रही है।
विधानसभा में मंत्री का जवाब
उषा चौधरी के सवाल के जवाब में मंत्री विजय शाह ने बताया कि प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस मामले में सुनवाई करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। इस विषय पर जांच कराई जाएगी और जांच प्रतिवेदन आने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
भ्रष्टाचार प्रमाणित, फिर भी कार्रवाई टालमटोल
इस मामले में भ्रष्टाचार प्रमाणित है। किसी भी तरह के बयान और गवाहों की जरूरत नहीं है। ना मौका मुआयना करने की जरूरत है। स्कूल के खाते से 1.20 लाख रुपए प्राचार्य ने अपने सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर किए। सस्पेंड करने के लिए काफी है, फिर भी सरकार कार्रवाई में टाल मटोल कर रही है।