नई दिल्ली। दिल्ली के मजदूरों को दिल्ली सरकार ने होली का तोहफा दे दिया है। बतादें की पिछले हफ्ते दिल्ली कैबिनेट ने मिनिमम वेजेज में बढ़ोतरी को लेकर फाइल तैयार की थी। फाइल को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के पास सहमति के लिए भेजी गयी थी, जिसपर मुहर लगा दी गई है। फैसले की घोषणा शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और विकास मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में की।
केजरीवाल ने कहा कि ये आज़ाद भारत का सबसे बड़ा फैसला है। ये अबतक की सबसे बढ़ी बढ़ोतरी है। सरकार में आने के बाद कोई भी पार्टी गरीबो के लिए काम नही करती, केवल वो चुनावी जुमला बनकर रह जाता है। ये पहली सरकार है, जिसने गरीबों के हित में काम किया है।अब गरीबों का खून नहीं चूसा जायेगा। गरीब का पैसा सीधे गरीबों की जेब में जायेगा। केजरीवाल ने कहा कि लाखों गरीब परिवार इस फैसले के इंतज़ार में थे जिसे हमने पूरा कर दिया। आने वाले 6 मार्च से मिलने लगेगी मजदूरों को बढ़ी हुई तन्खा।
वहीँ विकास मंत्री गोपाल राय ने कहा कि न्यूनतम वेतन अधिनियम 1941 के तहत हर साल मजदूरों का वेतन बढ़ना ज़रूरी है जो पिछले 22 साल से नही बढ़ाई गई। अब जाकर हमारी सरकार ने मजदूरों के भले के लिए ये कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि कोई इस फैसले में हेराफेरी न करे उसके लिए ज़िला स्तर पर मोनिटरिंग की जायेगी। जो भी बात नही मानेगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
मालूम हो कि मजदूरों को यदि उनका पूरा मेहनताना नही दिया जाता तो जिम्मेदार व्यक्ति को 3 साल की सजा और 500 के जुर्माने का प्रावधान है। सरकार इस प्रयास में है कि जुर्माने की राशि 500 से बढ़ाकर 50,000 कर दी जाये, वहीं 3 की जगह 6 साल की सजा बढ़ा दी जाए।
इस घोषणा की ख़ुशी मनाते श्रमिक विकास संगठन के अध्यक्ष सतीश पांडेय ने बताया कि इस फैसले का सभी मजदूरों को काफी समय से इंतज़ार था। ये खबर सुनते ही सभी मजदूरों के बीच ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी है। बस अब यही कोशिश है कि मजदूरों का पूरा मेहनताना उनकी जेब में सीधे जाए।
बता दें कि नए फैसले के तहत नॉन स्किल्ड का न्यून्तम वेतन 9,725 से बढाकर 13,350 किया गया है, वहीं सेमी स्किल्ड के लिए 10,764 से बढ़कर 14,698 और स्किल्ड की 11,830 से बढ़कर 16,182 किया गया है। बताया गया कि इससे मजदूरों के वेतन में करीब 36 से 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जायेगी।