नई दिल्ली। जाट आंदोलन का असर दिल्ली पर नजर आने लगा है। 20 मार्च को राजधानी में आंदोलन के ऐलान के बाद सुरक्ष बढ़ा दी गई है। इसके अलावा धारा 144 भी लगा दी गई है। रेलवे पुलिस व मेट्रो पुलिस को भी सतर्क रहने को कहा गया है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी जारी करते हुए जानकारी दी है कि 19 मार्च की रात 8 बजे बाद सभी रूट्स पर मेट्रो सेवा बंद हो जाएगी।
सोमवार को दिल्ली के लोगों को अन्य राज्यों में जाने की अनुमति भी नहीं होगी वहीं बाहरी राज्यों से दिल्ली में केवल उन्हीं को आने दिया जाएगा जिन्हें अस्पताल पहुंचना जरूरी होगा। पुलिस ने सीबीएसई व यूपीएससी के छात्रों से समय से पहले परीक्षा सेंटर के लिए निकलने का निर्देश दिया है ताकि जाम में न फंसे।
आरक्षण के मसले पर जाट समुदाय के लोगों द्वारा आगामी 20 मार्च को दिल्ली कूचकर अनिश्चितकाल के लिए संसद घेरने की धमकी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था न बिगड़ने देने के लिए कमर कस ली है। पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक पहले ही आला अधिकारियों व थानाध्यक्षों की बैठक लेकर कानून व्यवस्था चाक चौबंद रखने के सख्त निर्देश दे चुके हैं। स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जाट समुदाय के लोगों को किसी भी सूरत में दिल्ली में घुसकर आंदोलन न करने दिया जाए।
पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि अगर कोई दिल्ली में घुसकर कानून अपने हाथ में लेता है तो उससे सख्ती से निपटा जाए। कानून तोड़ने वालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाए। चार दिन पहले से दिल्ली की सभी सीमाओं पर बैरिकेड लगाकर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए है।
19 मार्च की आधी रात को उत्तर प्रदेश व हरियाणा की सभी सीमाएं सील कर दी जाएगी। प्रदर्शनकारियों के एक भी वाहन को दिल्ली में नहीं घुसने दिया जाएगा। सभी सीमाओं पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिए जाएंगे। वाटर कैनन, अग्निशमन की गाड़ियों व आंसू गैस के गोले छोड़ने वाली गाड़ियों को तैनात किया जाएगा।
पुलिस प्रवक्ता डीसीपी मधुर वर्मा का कहना है कि जाट नेताओं ने दिल्ली में प्रदर्शन करने की अनुमति पुलिस से नहीं ली है। सुप्रीम कार्ट का दिशा-निर्देश है कि राजधानी में कोई बाहर से ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर नहीं घुस सकता है। इसलिए ट्रैक्टर ट्रॉली पर तो पूर्ण प्रतिबंध है ही। अगर पुलिस प्रदर्शनकारियों की गाड़ियां जब्त करेगी तो उन्हें कभी भी नहीं छोड़ेगी। उक्त वाहन माल खाने में जमा रहेंगे।
कानून तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेगी ही। साथ ही प्रदर्शनकारियों से सख्ती से न निपटने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। 50 कंपनियां पैरा मिलिट्री भी सुरक्षा मे लगाई जाएंगी।
दरअसल, कुछ साल पूर्व किसी मसले को लेकर प्रदर्शनकारी तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के आवास तक पहुंच गए थे और वहां उन्होंने जमकर गुंडागर्दी की थी। जिसका खामियाजा तत्कालीन पुलिस के मुखिया भीमसेन बस्सी को भुगतना पड़ा था।
एनसीआर की मेट्रो सेवाएं बंद रहीं
इस बीच जाट आंदोलन के चलते डीएमआरसी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक, संडे को दिल्ली से बाहर के सभी मेट्रो स्टेशन (जो एनसीआर में स्थित हैं) जैसे लाइन-2 (गुरू द्रोणाचार्या से हुड्डा सिटी सेंटर), लाइन 3 और 4 (कौशांबी से वैशाली और नोएडा सेक्टर-15 से नोएडा सिटी सेंटर) और लाइन 6 (सराय से एस्कार्ट्स मुजेसर) के बीच रात साढ़े ग्यारह बजे या फिर अगले आदेश तक मेट्रो सेवाएं बंद रहीं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार रविवार रात 8 बजे के बाद ये मेट्रो स्टेशन बंद आम जनता के लिए बंद रहेंगे। राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन,लोक कल्याण मार्ग,जनपथ, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, आरके आश्रम मार्ग, प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे।