धार। धार में रविवार सुबह भक्तामर तीर्थ के सामने सड़क किनारे पड़ी झाड़ियों में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश जलती हुई मिली। आग में मृतक का पूरा शरीर जल गया था, सिर्फ उसका हाथ का कड़ा बचा था। घटना पुराने इंदौर-अहमदाबाद हाईवे पर स्थित भक्तामर तीर्थ के सामने की है। शीतला सप्तमी होने के कारण रविवार को लोग अल सुबह पूजा के लिए घर से निकल गए थे।
भक्तामर तीर्थ के सामने कुछ लोगों ने सड़क किनारे लकड़ी और पत्तों को जलते देखा। लोगों को लगा कि हल्की ठंड होने कारण किसी ने अलाव जलाया होगा। आग देख कुछ लोग हाथ सेंकने पहुंच गए। यहां अलाव ताप रहे एक व्यक्ति को अचानक आग के भीतर कुछ जलता हुआ प्रतीत हुआ। पहले उसे लगा कि आग में कोई जानवर जल रहा है। जब उसने गौर से देखा तो अंगारों के पास से मनुष्य की खोपड़ी जैसी चीज नजर आई। यह देख वह चिल्लाने लगा।
उसने तत्काल लोगों को बुलाया। देखते ही देखते यहां भीड़ इकट्ठा हो गई और किसी ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर एसपी वीरेंद्र सिंह, सीएसपी विक्रम सिंह को लेकर मौके पर पहुंचे तो लाश से धुआं उठ रहा था। लाश का कोई हिस्सा साबूत नहीं था, पूरा शरीर जल चुका था, मृतक का सिर्फ हाथ का एक कड़ा बचा था।
पुलिस ने लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। कड़े के आधार पर पुलिस मृतक की शिनाख्त करने की कोशिश कर रही है। एसपी सिंह ने बताया कि आसपास के थानों में हुई गुमशुदगियों के बारे में जानकारी निकाली जा रही है। एसपी ने निर्देश पर पीएम के लिए मृतक की हडि्डयों को समेटा गया। हड्डी समेटने के लिए नाली साफ करने की सुपड़ी का इस्तेमाल किया गया। सारी हड्डियां एक कंबल में समेटकर पीएम के लिए इंदौर भेजी गई। एसपी सिंह ने बताया कि यदि जरूरत पड़ी तो मृतक की शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा।
रहवासी बोले-3.30 बजे तक नहीं लगी आग
घटनास्थल के पास रहने वाली विशाल जैन की रिश्तेदार ने बताया देवीजी मंदिर में शीतला माता पूजन के लिए रात को गई थी। 3.30 बजे तक आ गई, तब तक आग नहीं लगी। जहां आग लगी, उसके ठीक पास वाले झोपड़े में रहने वाली सकरी बाई ने बताया कोई आवाज नहीं आई। सुबह 7 बजे उठी तब लोगों की भीड़ थी। भक्तामर तीर्थ के चौकीदार सतीश डाबर ने बताया मैं और एक और साथी दूसरे गेट पर थे। रात 1 बजे से लोग शीतला सप्तमी की पूजा के लिए आ-जा रहे थे। हमने कोई आवाज नहीं सुनी। सुबह जानकारी मिली।