नई दिल्ली। गोवा के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और पूर्व मंत्री चर्चिल अलमाओ पर मनी लांड्रिंग का शिकंजा कस गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लुइस बर्जर रिश्वत मामले में इन दोनों की लगभग दो करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी की संपत्ति जब्ती से साफ हो गया है कि लुइस बर्जर रिश्वतखोरी मामले में रिश्वत की रकम तत्कालीन मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और मंत्री चर्चिल अलमाओ को मिले थे।
दरअसल 2009 में लुइस बर्जर के नेतृत्व वाली कंसोर्टियम को गोवा में लगभग 1500 करोड़ रुपये की पानी सप्लाई का प्रोजेक्ट मिला था। लुइस बर्जर के साथ-साथ दो जापानी कंपनी और एक भारतीय पार्टनर भी इस कंर्सोटियम में शामिल थे। जुलाई 2015 में लुइस बर्जर ने अमेरिका में स्वीकार किया कि उसने प्रोजेक्ट पाने के लिए रिश्वत दी थी और अमेरिकी कानून के मुताबिक इसके लिए जुर्माना भी भर दिया।
अमेरिका में कंपनी की स्वीकारोक्ति के बाद गोवा क्राइम ब्रांच में इस मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। बाद में ईडी ने भी मनी लांड्रिंग के तहत जांच में शामिल हो गया है।ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान दिगंबर कामत और चर्चिल अलमाओ को रिश्वत की रकम लेने के पुख्ता सबूत मिल गए। इसके बात रिश्वत की रकम से खरीदी गई संपत्तियों को जब्त करने का फैसला किया गया। जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है, उनमें 1.20 करोड़ की संपत्ति दिगंबर कामत की है।
इनमें 41.35 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपोजिट और टालीगोवा में एक प्लॉट शामिल है। वहीं चर्चिल अलमाओ की आठ फ्लैट जब्त किये गए हैं। 2009 में इन फ्लैटों को 75 लाख रुपये में खरीदा गया था। जाहिर इन फ्लैटों की मौजूदा बाजार मूल्य करोड़ों में होगा।