नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का इस कदर विरोध तो मप्र में भी नहीं हुआ, जैसा गोवा में हो रहा है। यहां के दमदार कांग्रेसी नेता विश्वजीत राणे ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया। वो गोवा के प्रभारी दिग्विजय सिंह से नाराज हैं। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह के कारण गोवा में आज कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। विश्वजीत राणे ने गोवा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी है। राणे ने शक्ति परीक्षण में हिस्सा नहीं लिया था।
दुखी मन से छोड़ी कांग्रेस
विश्वजीत राणे कहते हैं कि उन्होंने दुखी मन से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राणे ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता भी छोड़ दी है और वो बेहद दुखी हैं। राणे ने कहा कि स्थितियां ऐसी हो गई हैं कि वो क्या देश में उनके जैसा हर नेता कांग्रेस छोड़ देगा। इसके पीछे उन्होंने कारण भी बताया है। राणे ने कहा कि जो भी पर्यवेक्षक आते हैं वो स्थितियां समझते ही नहीं हैं।
राहुल पर कुछ नहीं बोलूंगा
इसके अलावा राणे ने राहुल गांधी के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। राणे ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है जिसका जवाब अभी तक नहीं मिला है। राणे ने कहा कि राहुल से उन्हें कोई उम्मीद भी नहीं है। न वो उनके बारे में कुछ बोलना चाहते हैं।