सनातन धर्म मॆ कोई भी त्योहार जन कल्याण के उद्देश्य कॊ पूरा करता है। हर त्योहार मॆ ग्रहमंडल की स्तिथि के अनुसार कोई विशेष कर्म करने से प्राणी कॊ लाभ होता है। क्योंकि ये वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध हो चुका है की चंद्रमा के घटने बढ़ने से मानव तथा प्राणियों के स्वभाव मॆ अंतर आता है।हिंदु तथा मुस्लिम धर्म के सभी त्योहार चंद्र की कलाओं पर निर्भर है।
फाल्गुन पूर्णिमा तथा होलिकादहन
पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन हिरण्यकश्यप की बहन होलिका प्रहलाद कॊ जिंदा जलाने के लिये उसे गोद मॆ लेकर लकड़ियों के ढेर मॆ बैठी थी। होलिका कॊ अग्निदेव का वरदान था की अग्नि उसे स्पर्श नही करेगी लेकिन यह वरदान तब तक था जब तक वह प्रभु भक्तों का अनर्थ ना करे। लेकिन होलिका ने ऐसा किया फलस्वरूप प्रह्लाद जिसे केवल प्रभु भक्ति का आसरा था वो बच गये तथा होलिका जिसे अपने वरदान का घमंड था वह जल गई। इस कथा से यह प्रेरणा मिलती है की आप कितने ही शक्तिशाली हो आपको वरदान प्राप्त है लेकिन आपने भगवान का आसरा लिये हुए व्यक्ति कॊ अपनी शक्ति दिखाई तो परम शक्तिमान परमात्मा आपकी अच्छी ख़बर लेगा।रावण ,कंस तथा हिरण्यकश्यप का प्रभु द्वारा वध इसका उदाहरण है।
भगवान नरसिंह कृपा
भगवान नरसिंह का अवतार भगवान विष्णु का अपने भक्त की रक्षा के लिये लिया गया सबसे उग्र अवतार है। आतंक के भीषण रुप कॊ ख़त्म करने के लिये भगवान नरसिंह की उपासना श्रेष्ठ लाभदायक है। महान भय से, काली शक्तियों से, षडयंत्र, काला जादू से भगवान नरसिंह की उपासना श्रेष्ठ फल देती है भाव प्रहलाद जैसे होने चाहिये।
टोटके
इस दिन घर से उतारा गया टोटका यदि होलिका मॆ जला दिया जाय तो घर से बुरी नज़र का साया उतर जाता है। कुछ लोग भिलमा तो कही लोग राई तथा अलग वस्तुओं से नज़र उतारते है। होलिका के दिन घर की विशेष सफाई करें जो भी घर के बढ़ो के अनुसार घर, दुकान कारखाना की नज़र उतारकर उसे होली मॆ दहन करदे निश्चित रूप से लाभ होगा।
नरसिंह स्त्रोत का पाठ
महान भय तथा कर्ज से छुटकारे के लिये भगवान नरसिंह स्त्रोत का पाठ करना चाहिये।
पंडित चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184