
भारत की पाकिस्तान को अलग-थलग करने की नीति दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्तों की प्रक्रिया का कोई भी मौका कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत-पाकिस्तान के बीच पारंपरिक तनाव को ध्यान में रखते हुए यह बात और भी परेशान करने वाली है कि पाकिस्तान और भारत दोनों ही परमाणु युद्धकी ओर बढ़ रहे हैं। दोनों ही देश परमाणु क्षमता से संपन्न देश हैं।
2016 में सर्जिकल स्ट्राइक
जनरल ने भारत की उस चिंता के बारे में भी बात की जिसके तहत पाकिस्तान में मौजूद उन तमाम आतंकियों पर कोई एक्शन नहीं लिया जो भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को इसी वजह से वर्ष 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देना पड़ा।
आतंकवाद पर कमजोर पाकिस्तान
जनरल वोटल अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी ऑपरेशंस के कमांडर रह चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवाद पर लचर रवैये को लेकर चिंता भी जाहिर की, खासतौर पर हक्कानी नेटवर्कको लेकर पाक के रुख पर वह चिंतित नजर आए। उन्होंने कहा कि हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में साझा सेनाओं के लिए बड़ा खतरा है।
अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों के सामने कई चुनौतियां
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाक की सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने अभी तक इस आतंकी संगठन के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की जबकि कई बार उससे कार्रवाई की अपील की जा चुकी है। इस वजह से अब अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों के सामने कई चुनौतियां हैं।