नई दिल्ली। वह दिन दूर नहीं, जब एक टिकट साथ लेकर ट्रेन, बस और कैब में सफर करने से लेकर होटल में ठहर भी सकते हैं। रेलवे ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है और सबकुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक पायलट प्रोजेक्ट शुरू भी कर दिया जाएगा। इस इंटिग्रेटेड टिकटिंग प्रणाली को मोबाइल एप के सहारे चलाया जाएगा। साथ ही अनारक्षित श्रेणी के टिकट आप बिना आधार कार्ड के नहीं ले सकेंगे। रेल मंत्रालय 50 से ज्यादा एक्शन प्लान लेकर आ रहा है, जिसे इसी साल लागू किया जाएगा।
एक्शन प्लान में मुख्य रूप से आधार बेस टिकटिंग की सुविधा दी जाएगी। यानी आपको किसी तरह की आईडी कार्ड लेने की आवश्यकता नहीं होगी। पेपरलेस टिकटिंग की कड़ी में यह कदम होगा। टीटीई को सिर्फ नाम बताने की आवश्यकता होगी वह अपने पाम टॉप पर आपका विस्तृत विवरण पढ़ लेगा और यात्रा करने की अनुमति दे देगा।
एक्शन प्लान में रेलवे ने 6 हजार टिकट हैडलिंग मशीन व एक हजार टिकट वेंडिंग मशीन लगाने की घोषणा की जाएगी। यह भी पेपरलेस टिकट की तरफ बढ़ा हुआ कदम माना जा रहा है। देश के चुनिंदा 25 स्टेशनों के विकास का खाका भी एक्शन प्लान में पेश किया जाएगा।
साथ ही दिल्ली एनसीआर में रो-रो (रेल ऑन-रोल ऑफ) सर्विस की शुरूआत की गई है। बतौर पॉयलट प्रोजेक्ट रो-रो सर्विस से एनसीआर में मालगाड़ी से ट्रकों को एक जगह से दूसरे जगह भेजा गया है। इससे प्रदूषण पर जहां पहरा लगेगा वहीं ट्रैफिक जाम की समस्या भी दूर होने का अनुमान है।