जबलपुर। यहां एक पुलिस अधिकारी की संदिग्ध मौत का मामला प्रकाश में आया है। उसकी लाश पटरी पर मिली है। उसकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है परंतु सुसाइड नोट परिस्थितियों से मेल नहीं खाता। बुधवार को उसकी लाश मिली है, जबकि गुरूवार को उसकी बेटी की लगुन जानी थी। बड़ा सवाल यह है कि यदि सुसाइड ही करना था तो बेटी की शादी के बाद भी की जा सकती थी। क्योंकि वो एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी था। उसे कई इनाम भी मिले थे। अत: इस कदम की उम्मीद उससे कोई नहीं करता था। हालात भी ऐसे नहीं थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है परंतु इसमें विशेषज्ञ स्तर की जांच की जरूरत है।
गोसलपुर थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि मूलतः जबेरा के पिपरिया गांव निवासी SI खेलन सिंह ठाकुर गोसलपुर थाने में कई वर्षों से पदस्थ थे। मंगलवार रात खेलन सिंह की ड्यूटी थी, लिहाजा वे थाने में थे। बुधवार की सुबह खबर मिली कि गोसलपुर रेलवे स्टेशन के आउटर पर एसआई खेलन सिंह का शव पड़ा हुआ है। टीआई तिवारी के मुताबिक घटना की जानकारी मिलते ही स्टाफ के साथ वे पहुंचे, जांच करने पर एसआई की जेब से सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने शारीरिक अक्षमता और मानसिक परेशानियों का जिक्र किया है।
यह लिखा है सुसाइड नोट में
'मैं शारीरिक रूप से अक्षम हो चुका हूं, मानसिक परेशानियां भी बहुत हैं। मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं, मेरी मौत के बाद किसी को परेशान न किया जाए।' मामला गोसलपुर थाने का है। खुदकुशी करने वाला एसआई भी इसी थाने में पदस्थ था।
रात 11 बजे कार्यक्रम में थी ड्यूटी
एसआई खेलन सिंह की गोसलपुर स्टेशन के पास फाग लोकगीत कार्यक्रम में ड्यूटी थी। डायल 100 से एसआई सिंह को छोड़ा गया था। रात 1 बजे तक लोगों ने खेलन सिंह को स्टेशन के पास घूमते हुए देखा था। लेकिन सुबह 6.30 बजे रेलवे ट्रैक में उसकी लाश देखकर लोगों ने थाने में खबर दी थी।
13 अप्रैल को है बेटी की शादी
एसआई खेलन सिंह के तीन बेटे और एक बेटी है। 13 अप्रैल को बेटी की शादी है। गुरुवार को खेलन सिंह की बेटी की लगुन जानी थी, जिसकी तैयारियों में वह परिवार के साथ कई दिनों से जुटे थे। मंगलवार को थाने में भी वह बेटी की शादी और लगुन को लेकर स्टाफ से खुशी-खुशी बातें कर रहे थे।
छह महीने बाद था रिटायरमेंट
खेलन सिंह का 6 माह बाद 31 अक्टूबर 2017 में रिटायरमेंट होने वाला था। एसआई सिंह के बारे में बताया जाता है कि वो जबावदार और कामकाज में दक्ष थे। कई मामलों में कागजी कार्रवाई के लिए उसे वरिष्ठ अफसरों ने इनाम भी दिया था।
एक महीने की छुट्टी हुई थी स्वीकृत
बेटी की शादी के लिए एसआई खेलन सिंह ने एक महीने का अवकाश मांगा था। जिसे आधिकारिक रूप से स्वीकृति मिल चुकी थी।
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एसआई खेलन सिंह अनुभवी और कार्य में दक्ष पुलिसकर्मी थे। उसकी बेटी की शादी होने वाली थी। इसके लिए उन्होंने एक महीने की छुट्टी का आवेदन दिया था। जिसे मैंने स्वीकृत किया था। फिलहाल मर्ग कायम का जांच की जा रही है।
संजय साहू, एएसपी ग्रामीण
अनसुलझे सवाल
सवाल यह है कि एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी अपनी बेटी की शादी के ठीक पहले आत्महत्या क्यों करेगा, जबकि आत्महत्या के पीछे ऐसा कोई तात्कालिक कारण नहीं है।
शारीरिक अक्षमता और लम्बे समय से चली आ रहीं मानसिक परेशानियां किसी भी पिता को अपनी बेटी की शादी से पहले आत्महत्या के लिए प्रेरित कैसे कर सकतीं हैं।
पुलिस अधिकारी अक्सर आत्महत्या के लिए अपनी सर्विस रिवाल्वर का उपयोग करते हैं। इस तरह ड्यूटी पूरी करके रेल के आगे कूदने का मामला शायद ही कोई आया हो।
घटना की रात वो कतई तनाव में नहीं थे। अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। सामान्य दिनों की तरह काम कर रहे थे।
सुसाइड नोट का मिलना भी अपने आप में संदेह पैदा करता है। यह एक छोटी सी पर्ची है। जिसमें 3 लाइन में सारी बात लिखी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया के सामने एसआई के पर्स में से यह पर्ची निकाली और पढ़कर सुनाई।
सुसाइड नोट के अलावा परिस्थितियों में एक भी बिन्दु ऐसा नहीं है जो इस मामले को आत्महत्या की तरह मोड़ता हो। अलबत्ता हत्या का संदेह जरूर उत्पन्न करता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह एक सुनियोजित हत्या हो और सुसाइड नोट उसकी जेब में डालकर उसे रेल की पटरी पर फैंक दिया गया हो।