नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आरक्षण मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में संसद की ओर मार्च करने की योजना बनाने वाले राज्य के आंदोलनकारी जाट नेताओं के साथ रविवार को वार्ता की। इस बातचीत के बाद जाटों ने अपना आंदोलन 15 दिनों के लिए टाल दिया है। मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राष्ट्रीय आयोग के पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के बाद केन्द्र शुरू करेगा जाट आरक्षण की प्रक्रिया। जाट नेता यशपाल मलिक ने बताया कि हमने सरकार को भरोसा दिलाया है कि उनका कल दिल्ली कूच का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। अब जाट कल दिल्ली नहीं जाएंगे।
खट्टर से यहां मुलाकात से पहले ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा था कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण होगा और वे वार्ता के बाद अगले कदम का फैसला करेंगे। मलिक ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा। हमारा प्रदर्शन 50 दिनों तक शांतिपूर्ण रहा। हमने सात मांगे की है और हम यहां खुले मन से मुख्यमंत्री और दूसरों से मिलने आए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि वार्ता से मुद्दे का समाधान होगा, लेकिन हम बैठक के नतीजों के आधार पर अगले कदम का फैसला करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह आंदोलन टालेंगे, अगर हम सभी मुद्दों पर सहमति पर पहुंचे तो मैं आपको सूचित करूंगा।
दिल्ली में एहतियात के तौर पर सेना को बुला लिया गया है। धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और हरियाणा के रोहतक, क्षज्जर तथा सोनीपत जैसे संवेदनशील जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, हम मुद्दे के हल के लिए प्रतिबद्ध हैं। खट्टर केन्द्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री पीपी चौधरी और केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह के साथ जाट नेताओं को बात करने के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा, सरकार इस मुददे को हल करने के लिए गंभीर है। राज्य में भाईचारा और शांति कायम रखना हमारी पहली प्राथमिकता है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक केपी सिंह ने बताया कि राज्य से गुजरने वाले सभी मार्ग एवं राजमार्ग खुले हुए हैं और सुरक्षा के सभी कदम उठाए गए हैं ताकि जनता खासतौर पर छात्र ,जो कि सीबीएससी की परीक्षा दे रहे हैं, वह बिना किसी भय के यात्रा कर सकें। आंदोलन की अगुवाई कर रही अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) राष्ट्रीय राजधानी में कल घेराव करने की अपनी योजना पर अड़ी हुई है। यह आंदोलन आज 50वें दिन में प्रवेश कर गया।