भोपाल। वुमंस डे से ठीक एक दिन पहले सरेराह 25 वर्षीय युवती की हत्या कर दी गई। इस युवती को इलाके में लेडी डॉन के नाम से जाना जाता है। अभी 10 रोज पहले ही वो जेल से जमानत पर बाहर आई थी। बदमाश ने सरेराह उसे रोका और चाकू से हमला किया। जिसमें उसकी मौत हो गई। डीआईजी डॉ. रमन सिंह सिकरवार के मुताबिक, चांदबड़ की रहने वाली सुनीता सिंह पिपलानी इलाके में पान की गुमठी चलाती थी। मंगलवार रात करीब सवा आठ बजे सुनीता दुकान बंद कर घर लौट रही थी। लाला लाजपत राय कॉलोनी में राधाकृष्णन मंदिर के पास बाइक सवार एक बदमाश ने उसे हाथ देकर रोका। इसके बाद बदमाश ने ताबड़तोड़ उसके गले पर चाकू से वार कर दिए। वारदात के बाद बदमाश बाइक लेकर भाग निकला।
वहां से गुजर रहे एक राहगीर ने अशोका गार्डन पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो खून से लथपथ सुनीता सड़क पर पड़ी थी। पास ही नशे में धुत उसका साथी खड़ा था। एसपी साउथ सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि सुनीता के खिलाफ कई क्राइम दर्ज हैं। उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। पिपलानी इलाके में उसे लेडी डॉन के नाम से जाना जाता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद इलाके के लोगों ने पिपलानी पुलिस को बधाइयां भी दी थीं।
10 दिन पहले ही जमानत पर छूट कर आई थी
पिपलानी पुलिस ने सुनीता को उसके साथी मंसूर खान के साथ बीती 4 फरवरी को गिरफ्तार किया था। गांजा तस्करी के मामले में मंसूर फिलहाल जेल में है, जबकि सुनीता को 10 दिन पहले जमानत मिल गई थी। वारदात की सूचना पर सुनीता का भाई शक्ति मौके पर पहुंचा। उसके अनुसार, सुनीता को किसी से 10 हजार रु. लेने थे। उसकी कुछ लोगों से रंजिश भी चल रही थी। सुनीता के बड़े भाई दुर्गा ठाकुर को बजरिया पुलिस ने दो दिन पहले ही अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि, जांच के दौरान पुलिस का शक मंसूर के एक करीबी पर गहरा गया है।