दमोह। मप्र के वित्त मंत्री जयंत मलैया अपने विवादित बोल के कारण फंस गए हैं। वो अपने बयान से मुकर भी नहीं सकते क्योंकि उनके विवादित बयान का वीडियो वायरल हो गया है। बयान में वो भगवान श्रीराम की क्षमाताओं पर सवाल उठा रहे हैं। युवक कांग्रेस ने मुद्दा लपक लिया है और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। जलसंकट से जूझ रहे मांगज वार्ड नंबर 5 के निवासी हालही में वित्त मंत्री से मिलने उनके निवास पर गए थे। लोगों ने मंत्री से पाइप लाइन जल्द डलवाने की मांग की थी, इस पर उन्होंने वार्डवासियों से कहा था कि 15 दिन में भगवान श्रीराम भी आ जाएं तो पाइप-लाइन चालू नहीं करा सकते। इससे नाराज लोगों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेसियों ने माफी मांगने के लिए दिया 15 दिन का वक्त
सोमवार को दमोह के एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस महामंत्री अभिषेक डिम्हा, दीपक मिश्रा, जिला प्रवक्ता आशुतोष शर्मा और भूपेंद्र अजवानी ने इस बात का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यदि 15 दिन के अंदर मंत्री से माफी नहीं मांगते हैं, तो उनकी विधानसभा में कांग्रेसी श्रीराम सम्मान पद यात्रा निकालेंगे। डिम्हा ने कहा कि मांगज वार्ड नंबर 5 में जलसंकट से जूझ रहे लोग वित्त मंत्री के निवास पर गए थे। लोगों ने पाइप लाइन जल्द डलवाने की मांग की थी, इस पर उन्होंने वार्डवासियों से कहा था कि 15 दिन में भगवान श्रीराम भी आ जाएं तो पाइप-लाइन चालू नहीं करा सकते। यह बयान हिंदुओं को आहत करने वाला है।
डिम्हा ने कहा कि मलैया जी 28 साल से दमोह में विधायक हैं। लेकिन, वे युवाओं के लिए कोई रोजगार लेकर नहीं आए हैं। शहर को स्वच्छ बनाने के नाम पर नगरपालिका में 6 सौ करोड़ रुपए खर्च कराए गए हैं, इस राशि के बारे में कोई जानकारी देने तैयार नहीं है।
मिशन ग्रीन पर सवाल
डिम्हा ने कहा कि मिशन ग्रीन दमोह के नाम पर किसी से एक पैसा नहीं लेने की बात मंत्री पुत्र की ओर से कही गई थी, लेकिन बाद में मिशन ग्रीन के लिए रुपए देने पर मंत्री ने सम्मान समारोह में पावर ग्रिड के अधिकारियों के लिए धन्यवाद कहा। इसी तरह सीमेंट फैक्ट्री, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित कॉलेजों से मिशन ग्रीन के नाम पर अच्छी खासी रकम ली गई है। ऐसा होने से कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है।