नई दिल्ली। योगी आदित्यनाथ का राज्याभिषेक तो हो गया लेकिन अब सबसे बड़ी चुनौती है सत्ता का सफल संचालन। नौकरशाहों का कॉकस अच्छे अच्छे नेताओं को कंफ्यूज कर देता है। अत: योगी आदित्यनाथ को एक अच्छे टीचर की जरूरत है। योगी ने अपने लिए टीचर ढूंढ भी लिया है परंतु वो नरेंद्र मोदी, मनोहर पर्रिकर, वसुंधरा राजे या शिवराज सिंह नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के चाउर वाले बाबा रमन सिंह हैं। जल्द ही योगी आदित्यनाथ छत्तीसगढ़ जाएंगे और टिप्स लेकर आएंगे।
यूं तो भाजपा के कई सीएम हैं, जो बेहतर प्रशासन के लिए जाने जाते हैं। खुद पीएम मोदी के पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है। उसके बाद मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम आता है। वसुंधरा हैं, पर्रिकर हैं, लेकिन योगी तो रमन सिंह से ही प्रभावित हैं। खबर है कि सीएम बनने के दूसरे दिन योगी ने रमन सिंह से बात की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की योजना काफी सरल और किसानों के हित में है। इसके बारे में मुझे और भी अधिक जानकारी चाहिए।
इस पर रमन सिंह ने उन्हें रायपुर आने का न्यौता दे दिया। जिसे योगी ने स्वीकार भी कर लिया है। इस बात की चर्चा है कि वे मार्च के अंतिम या अप्रैल की शुरुआत में छत्तीसगढ़ का दौरा कर सकते हैं। उनके साथ दो मंत्रियों और कुछ अफसरों के भी जाने की सूचना मिल रही है। विदित है कि छत्तीसगढ़ में धान क्रय योजना इस तरह से चला रखी है कि किसानों को उसका सही दाम मिल सके। रमन सिंह की इन्ही योजनाओं के कारण आदिवासी उन्हे 'चाउर वाले बाबा' या भात वाले बाबा कहते हैं।