जबलपुर। मप्र से नाबालिग लड़कियों की किडनैपिंग कोई नई बात नहीं है। पुलिस हमेशा यही कहती है कि लड़की किसी के साथ भाग गई होगी। हालात यह हैं कि मजबूर माता पिता खुद ही बेटियों को खोजते रहते हैं। प्रेस फोटाग्राफर ओपी नेमा द्वारा कैद किया गया यह चित्र ऐसे ही एक मामले का है। यह महिला 4 महीने से पुलिस के चक्कर लगा रही है। इसकी 15 साल की बेटी का अपहरण हो गया है लेकिन पुलिस ध्यान ही नहीं दे रही। हालात यह हैं कि वो पुलिस अधिकारियों के पैरों में कुछ इस तरह गिड़गिड़ाने लगी है।
इस महिला का नाम ऊषा बाई झारिया है। यह माढ़ोताल क्षेत्र के ड्रीम लैंड के पास रहती है। महिला का कहना है कि चार महीने से माढ़ोताल थाने का चक्कर लगा चुकी हूं। पुलिसकर्मियों का जवाब होता है बायपास चली जाओ वहां मिल जाएगी। मैं जाती भी हूं, लेकिन बेटी नहीं मिलती। अगली बार पुलिस वाले कोई और जगह बता देते हैं। दो बार एसपी ऑफिस भी आ चुकी हूं, लेकिन किसी ने नहीं सुना।
उसने एएसपी संजीव उईके से 15 साल की बेटी को ढूंढने की मांग की। इस संबंध में एएसपी ने कहा कि महिला पहले भी आई थी, उसने दो लोगों पर शक जताया था। पुलिस ने दोनों से पूछताछ भी की थी, लेकिन कुछ जानकारी नहीं मिली। अभी भी लगातार प्रयास किया जा रहा है।