लखनऊ। अखिलेश यादव के खिलाफ खुलकर सामने आने वालीं मुलायम सिंह की सेकेंड वाइफ साधना गुप्ता भले ही पॉलिटिकल बैकग्राउंड से आतीं हैं। नेताजी की राजनीति में पर्दे के पीछे सक्रिय रहने का दम भी भरतीं हैं परंतु अपनी बहू अपर्णा यादव को वो इस बार चुनाव नहीं जिता पाईं। खुद मुलायम सिंह ने अपर्णा के लिए अपील की थी। तमाम विवादों के बावजूद सपा ने अपर्णा को लखनऊ कैंट से टिकट दिया था। भाजपा ने उनके खिलाफ रीता बहुगुणा जोशी को मैदान में उतारा था। अपर्णा शुरू से पीछे चल रही थीं और आखिर में 33,796 वोटों से हार गईं।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, रीता बहुगुणा जोशी को 95,402 वोट मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रहीं अपर्णा को 61,606 वोट मिले हैं। 26,036 वोटों के साथ बसपा के योगेश दीक्षित तीसरे नंबर पर रहे। मालूम हो, यह सीट खासी चर्चा में रही थी। भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आई रीता जोशी को मौका दिया था। मुलायम के साथ ही डिंपल यादव ने भी यहां रैली की और छोटी बहू के लिए वोट मांगे थे। मुलायम ने अपील की थी कि यहां मेरा मान रख लेना, लेकिन फिर भी अपर्णा हार गईं।
वोटिंग के दौरान रीता ने जताया था जीत का भरोसा
इस सीट पर मतदान के बाद रीता जोशी ने कहा था, वे आसानी से चुनाव जीत रही हैं। हालांकि यही दावा 27 साल की अपर्णा भी कर रही थीं। अपर्णा का कहना था, मैं अभी विधायक नहीं बनी हूं, लेकिन इलाके में लंबे समय से सक्रिय हूं और लोग मुझे तथा मेरे काम को जानते हैं। इसलिए मुझे चुनाव जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी।