नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री का आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर चाय के साथ चर्चा के दौरान नरेंद्र मोदी ने सांसदों के बीच खुलकर कहा कि हमें पता है हमारे ही कुछ सांसदों ने मतभेदों के चलते गड़बड़ की कोशिश की थी। मोदी ने सभी भितरघाती सांसदों को एक मौका देते हुए कहा कि अब 2019 के लिए जुट जाएं और यूपी में योगी सरकार के कामकाज में दखल ना दें। बता दें कि नरेंद्र मोदी भी इंदिरा गांधी की तरह पार्टी से भितरघात करने वालों को माफ नहीं करते। ऐसे कई उदाहरण भरे पड़े हैं, जिनमें मोदी ने रिस्क लेकर कई दिग्गजों को साइड लाइन किया है।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा कि मुझे पता है कि कुछ भाजपा सांसदों ने मतभेदों के चलते अपने संसदीय क्षेत्र में चुनावों में गड़बड़ की कोशिश की थी। एक सांसद ने कहा, ‘उन्होंने सभी सांसदों से इन मतभेदों को भूलने और अगर जरूरत है तो माफी मांगने के लिए कहा है। साथ ही कहा है कि 2019 के लिए मिलकर काम करें।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी सांसदों से बात की। सूत्रों ने बताया कि मोदी और अमित शाह के साथ सीनियर नेता राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी और अनंत कुमार भी बैठे हुए थे।
यूपी पुलिस से कोई उम्मीद ना करें
एक सांसद ने सवाल उठाया कि चुनाव के बाद राज्य पुलिस ने कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने उनसे कहा कि वे यह उम्मीद ना करें कि कानून-प्रवर्तन अधिकारी पार्टी कार्यकर्ताओं का पक्ष लेंगे। शाह ने भी यही लाइन कही। सांसदों के मुताबिक पीएम मोदी का मैसेज था कि भाजपा नेता किसी भी तरह के अपराधी और गैरकानूनी को शरण ना दें।
योगी सरकार से अफसरों के तबादले की सिफारिश ना करें
एक सांसद ने कहा, ‘मोदी जी ने कहा कि भाजपा विधायकों और सांसदों को केंद्र सरकार की योजनाओं और राज्य सरकारों की कोशिश को लागू करने के लिए साथ काम करना चाहिए।’ एक सांसद ने साथ ही जोड़ा कि उन्हें अधिकारियों के ट्रांसफर और प्रमोशन जैसे मामलों से दूर रहने के लिए कहा गया है, क्योंकि इससे सरकार के लिए दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है कि यूपी को बिमारू राज्य से एक विकसित राज्य में बदलने के लिए एक साथ काम किया जाए।