भोपाल। प्रदेश में आगामी शिक्षण सत्र से स्कूलों में राष्ट्रीय कैडेट कोर को अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश में अब छात्रों को अन्य विषयों के साथ एनसीसी भी एक विषय के रूप में पढ़ना होगा। सरकार ने एनसीसी को कक्षा 9वीं से 12वीं तक के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। और एनसीसी विषय के अंक भी उस कक्षा की अंकसूची में दर्ज किए जाएंगे।
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश के अध्यक्ष एसआर मोहंती के अनुसार एनसीसी कैडेट्स को ए, बी और सी सर्टिफिकेट दिया जाता था, जो अंकसूची में दर्ज नहीं होता था। लेकिन अब एमपी बोर्ड आगामी सत्र से अंकसूची में जोड़कर अंकसूची जारी करेगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
एनसीसी का ए सर्टिफिकेट हाईस्कूल और बी सर्टिफिकेट हायर सेकंडरी की अंकसूची में दर्ज होगा। जिससे छात्रों को भविष्य में एनसीसी का सर्टिफिकेट अलग से नहीं लगाना पड़ेगा।