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मुख्यमंत्री ने कहा कि उर्दू किसी मजहब की भाषा नहीं है। इसे हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी बोलते हैं। उर्दू के बिना परिवर्तन नहीं आ सकता। आज जो भी देश आगे बढ़ा वह अपनी जुबान की बदौलत।
400 उर्दू अनुवादक की बहाली होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उर्दू अनुवादकों के 400 पदों का सृजन किया गया है। इनकी बहाली होनी है। हर जिला, अनुमंडल और प्रखंड में अनुवादक होंगे। राज्य सरकार के कामकाज में उर्दू का दायरा बढ़ाया जाएगा। अधिसूचनाएं, आदेश और गजट आदि भी उर्दू में जारी होनी चाहिए।
कलीम अजीज के नाम पर मिलेगा पुरस्कार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि कलीम अजीज के नाम पुरस्कार मिलेगा। वह जश्न- ए- उर्दू कार्यक्रम में बोल रहे थे। आयोजन कैबिनेट विभाग के उर्दू निदेशालय की ओर से किया गया था। उन्होंने आदेश दिया कि नियमित रूप से इसका आयोजन हो। उन्होंने भाषा संगम का भी विमोचन किया।
हिन्दी-उर्दू सगी बहनें: तेजस्वी
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि हिन्दी और उर्दू सगी बहनें जैसी हैं। नयी पीढ़ी को उर्दू में रुचि लेनी चाहिए। उर्दू प्रेम और मोहब्बत की भाषा है। इस कार्यक्रम में लालू प्रसाद आने को इच्छुक थे, उनकी कमर में चोट लगने के कारण नहीं आ सके। उन्होंने अपना सलाम और आदाब भेजा है। वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस साल अल्पसंख्यक बजट में 105 फीसदी की वृद्धि की है।
मौके पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर, उर्दू परामर्शदातृ समिति के अध्यक्ष शफी मशहदी, एनसीपीयूएल के निदेशक इर्तजा करीम, बिहार सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इर्शादुल्लाह, हज कमेटी के अध्यक्ष हाजी इलिहास, गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, कैबिनेट के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, कामना प्रसाद, एमआर चिश्ती आदि उपस्थित थे।