
लखनऊ बकरा गोश्त व्यापार मंडल के मुबीन कुरैशी ने बताया कि इस कार्रवाई से मीट विक्रेताओं पर बुरा असर पड़ा है। इस कारोबार में लगे लाखों लोगों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि मटन और चिकन विक्रेता पहले ही दुकानें बंद कर चुके हैं। अब मछली विक्रेताओं को भी साथ लेने की कोशिश हो रही है और वे भी जल्द हमारे साथ आंदोलन में शामिल होंगे।
सत्ता में आते ही योगी सरकार ने अवैध बूचड़खानों को बंद करने के आदेश दिए हैं। गो तस्करी और गोवध पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने प्रदेश की जनता से यह वादा किया था। मीट व्यापारियों का दावा है कि मंडी में अब माल नहीं है। जिन्होंने स्टाक (भंडार) रखा था, उनका माल भी खत्म हो गया है।
आसपास के जिलों से माल लेकर कोई ट्रक मंडी नहीं पहुंचा। मंडल ने बताया कि हमीरपुर, बांदा और बाराबंकी सहित कुछ अन्य जिलों में भी मटन और चिकन की दुकानें बंद हैं। मीट आपूर्ति नहीं होने पर ग्राहकों की मांग कैसे पूरी की जा सकती है। राजधानी के लोगों को आशंका है कि इन हालात में सब्जियों के दाम चढ सकते हैं।