अर्पित अवस्थी/इंदौर। हाल ही में मध्यप्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने समूह 5 के अंतर्गत एक परीक्षा के लिए आवेदन मंगवाए जिसमें फार्मासिस्ट ग्रेड 2 के पद हेतु 2800 ग्रेड पे दिया जाना था। जिसे देख कर वर्तमान में 1900, 2100 एवं 2400 ग्रेड पे पर कार्यरत कर्मचारियों ने फॉर्म भर दिया एवं फार्मासिस्ट पद को पहली प्राथमिकता दी एवं करीब 1 महीने से जी तोड़ मेहनत भी कर रहे थे लेकिन अचानक से व्यापम ने 23 मार्च को नियमों में बदलाव करते हुए फार्मासिस्ट ग्रेड 2 का ग्रेड पे 1900 कर दिया।
व्यापम से फ़ोन पर पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि संशोधन विभाग के कहने पे किया गया है। ऐसे में जब फॉर्म भरने की अंतिम तिथि निकल चुकी है और सात दिन बाद परीक्षा होनी है व्यापम एवं संबधित विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। इससे ना केवल अभ्यार्थियों को फीस का आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि वह मानसिक रूप से भी आघात हुआ है।
तो क्या व्यापम ने अधिक से अधिक फॉर्म भरवाने के लिए ही 2800 ग्रेड का लालच दिया था। व्यापम के इस कदम से अभ्यार्थी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं मामला तमाम फार्मासिस्ट संघटनो ने संज्ञान में लेकर कड़ी अप्पत्ति दर्ज कराने की बात कही है।