
मोदी ने पार्टी के संसद सदस्यों को ऐसे वक्त में यह हिदायत दी है, जब संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने दोनों ही सदनों में सदस्यों की गैरमौजूदगी के मामले उनके सामने रखे हैं। सांसदों के अनुपस्थित रहने की घटना सोमवार को भी हुई। मोदी ने साफ कहा है कि सांसदों को संसद में मौजूद रहने के लिए अपील किए जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह ऐसा करना उनकी बुनियादी जिम्मेदारी है। मोदी के मुताबिक, देश के लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों का काम सदन की कार्यवाही के दौरान मौजूद रहना है।
बीजेपी सदस्यों के मुताबिक, मोदी ने कहा कि उनके लिए यह मायने नहीं रखता कि बीजेपी सदस्य सेंट्रल हॉल में मौजूद थे कि नहीं। सेंट्रल हॉल वह जगह है, जहां सांसद अमूमन अनौपचरिक बातचीत के लिए इकट्ठे होते हैं। मोदी के मुताबिक, जरूरी यह है कि संसद सदस्य सदन के अंदर मौजूद हों। पीएम ने कहा, 'मैं आपको किसी भी वक्त बुला सकता हूं।' बता दें कि मोदी ने बीजेपी सदस्यों को संसद में मौजूद रहने के लिए पहले भी कहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि उन्हें इतनी कड़ाई से अपनी बात रखी है। मोदी ने पार्टी सदस्यों से यह भी कहा है कि वे स्वच्छता अभियान के लिए कम से कम एक घंटे का वक्त दें।