आनंद ताम्रकार/बालाघाट। बैहर में आरएसएस के जिला प्रचारक संजय यादव की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में आरोपी एडिशनल एसपी राजेश शर्मा, टीआई जिया उल हक समेत सभी पुलिस 4 पुलिस अधिकारी फरार हैं। हाईकोर्ट से उनकी जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है, उल्टे सरकार उन्हे गुजारा भत्ता भी दे रही है। सोमवार को विधान सभा में गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने वारासिवनी विधायक डॉ.योगेन्द्र निर्मल द्वारा पूछे गये प्रश्न के परिपेक्ष्य में लिखित में यह जानकारी दी है।
यह उल्लेखनीय है कि बैहर में 26 सितम्बर 2016 को संघ के जिला प्रचारक संजय यादव के साथ 10 लोगों ने मारपीट की थी जिनमें 4 पुलिस वाले भी थे। उनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश शर्मा, थाना प्रभारी जियाउल हक सहित 2 आरक्षक शामिल है। उन्हें रक्षित केन्द्र बालाघाट में अटेच किया गया है।
गृहमंत्री द्वारा दिये गये जवाब के अनुसार घटना के बाद से एक भी अफसर डियूटी पर उपस्थित नही हुआ तथा इनकी गिरफ्तारी भी नही हो सकी। यह भी उल्लेखनीय है कि इन सभी निलम्बित पुलिस कर्मियों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जा रहा है। विधायक डॉ.योगेन्द्र निर्मल ने आरोप लगाया है कि पुलिस अपने अफसरों को बचाने में जुटी हुई है पुलिसकर्मियों की जमानत की अर्जी हाईकोर्ट द्वारा नामंजूर की जा चूकि है।
घटना को 180 दिन से ज्यादा वक्त बीत चुका है लेकिन इन पुलिसकर्मियों को आज तक गिरफ्तार नही किया गया जबकि छोटे छोटे अपराधियों को पुलिस गिरफ्तारी के लिये मोबाईल से लोकेशन ट्रेस कर लेती है फिर इन पुलिसकर्मियों को अब तक क्यों गिरफ्तार नही किया जा सका।