भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सहयोगी संस्था विद्या भारती द्वारा संचालित प्राइवेट स्कूल श्रंखला सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों पर मप्र की शिवराज सिंह सरकार विशेष कृपा करने जा रही है। सरकारी भवन में प्राइवेट स्कूल का अभिनंदन समारोह आयोजित कराने के साथ ही RSS के स्कूलों में सरकारी खेल अधिकारी और सरकारी मैदान उपलब्ध कराने की कवायद शुरू हो गई है। इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह ने शिक्षा मंत्री को आदेशित किया है कि वो सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों के छात्रों को सरकारी स्कूलों के छात्रों की तरह सुविधाएं एवं छात्रवृत्ति देने की दिशा में गंभीरता से काम करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों को छात्रवृत्ति देने पर विचार करेगी। उन्होंने बुधवार को सीएम हाउस में विद्या भारती के बच्चों के लिए आयोजित अभिनंदन समारोह में ये घोषणा की। इसके लिए उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह को बातचीत के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री से विद्या भारती ने कार्यक्रम के दौरान ही खेलकूद के लिए सरकार द्वारा छात्रवृत्ति देने की मांग की थी, इसके बाद सीएम ने इस पर गंभीरता से विचार करने की बात कही। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषांगिक संस्था विद्या भारती ने खेल मैदान और सरकारी कोच देने की भी मांग की थी।
बता दें कि मध्यप्रदेश में कई तरह की प्राइवेट स्कूल श्रंखलाएं चल रहीं हैं। सरस्वती शिशु मंदिर एवं सरस्वती विद्यापीठ भी इन्हीं में से एक हैं। आरएसएस ने यह स्कूल श्रंखला, ईसाई संस्थाओं दृवारा संचालित इंग्लिश मीडियम स्कूल चैन के विरुद्ध शुरू कीं थीं। इन स्कूलों में भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा देने का दावा किया जाता है। बताया जाता है कि इन स्कूलों के छात्रों को संस्कृत का भी विशेष अध्ययन कराया जाता है।