नई दिल्ली। शिवसेना की मॉरल पुलिसिंग के खिलाफ करेला राज्य के कोच्चि शहर में युवाओं ने 'चुंबन सत्याग्रह' किया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान युवा मरीन ड्राइव पर जमा हुए और खुलेआम एक दूसरे को चुंबन दिया। कुछ दिनों पहले शिवसेना के 6 नेताओं ने इसी इलाके में बैठे युवक युवतियों को खदेड़ दिया था। संस्कारों के नाम पर हुए इस हमले का युवाओं ने सामूहिक रूप से जवाब दिया। इधर पुलिस ने सभी 6 नेताओं को अरेस्ट कर लिया। शिवसेना के मुंबई मुख्यालय से बताया गया है कि सभी को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। मामला राज्य की विधानसभा में भी उठाया गया।
पुलिस उप निरीक्षक निलंबित
फेसबुक पर कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में सबको सूचित किया गया था। शिवसेना की नैतिक ठेकेदारी को रोकने में नाकाम रहने पर केंद्रीय पुलिस के उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया। घटना के समय ड्यूटी पर तैनात 8 पुलिसकर्मियों का सशस्त्र आरक्षित पुलिस शिविर में तबादला कर दिया गया। इसी तरह के ‘किस ऑफ लव’ कार्यक्रम का आयोजन कोच्चि में 2014 में कोझिकोड के होटल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की दादागिरी के खिलाफ किया गया था।
विधानसभा में मॉरल पलिसिंग के खिलाफ हंगामा
शिवसेना की नैतिक ठेकेदारी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के नोटिस पर शून्यकाल में चर्चा के दौरान सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ के विधायक केरल विधानसभा में टकराव की स्थिति में आ गए और सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस हंगामे के बाद सदन को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया गया। राज्य विधानसभा में कोच्चि की बुधवार की घटना पर यूडीएफ के नोटिस पर चर्चा चल रही थी कि तभी हंगामा शुरू हो गया। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने संदेह जताया कि हो सकता है इस घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश हो या शिवसेना कार्यकर्ताओं को विपक्ष ने कथित तौर पर नियुक्त किया हो। इससे यूडीएफ के विधायक गुस्से में आ गए। विधायकों ने पहले सदन के बीचों-बीच बैठकर विरोध प्रदर्शन किया और फिर वे सत्ता पक्ष की मेजों की ओर आ गए। सत्ता पक्ष के विधायक भी उन्हें रोकने के लिए बीचों-बीच आने लगे और दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति हो गई। दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी हुई। स्थिति बिगड़ने के डर से अध्यक्ष पी. श्रीरामकृष्णन ने सदन को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया।
आदित्य ठाकरे ने कहा, कोच्चि की घटना शर्मनाक
शिवसेना की युवा इकाई प्रमुख आदित्य ठाकरे ने इस पूरे मामले से खुद को दूर रखते हुए ट्वीट किया, 'केरल के कोच्चि की घटना अनावश्यक और शर्मनाक है। पार्टी ऐसे कृत्य का न बचाव करेगी और न समर्थन।' ठाकरे ने आगे ट्वीट किया, 'कोच्चि की घटना में शामिल लोगों को पार्टी से अनिश्चितकाल तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।'