भोपाल। वल्लभ भवन में शस्त्र लायसेंस का फर्जी आदेश लेकर पहुंचे इंदौर के लॉ कॉलेज के डॉयरेक्टर के मामले में पुलिस ने लोकायुक्त टीआई सत्येंद्र प्रताप सिंह के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। उसने डेढ़ लाख रुपए में लायसेंस दिलाने का सौदा कराया था। पुलिस ने इस मामले में कॉलेज के डॉयरेक्टर और एक युवक को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक करण भाटिया इंदौर में लॉ कॉलेज के डॉयरेक्टर हैं। करीब तीन महीने पहले वह वल्लभ भवन में अपने शस्त्र लायसेंस की कॉपी लेकर पहुंचे। जहां पता चला कि वह लायसेंस फर्जी है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया था। उन्होंने पुलिस को बताया था कि लोकायुक्त में टीआई सत्येंद्र प्रताप सिंह के बेटे अनुराग प्रताप सिंह के माध्यम से उन्होंने लायसेंस बनवाया था। इसके लिए उन्होंने उसे डेढ़ लाख रुपए दिए थे।
लायसेंस बनवाने का जिम्मा आशीष ने लिया था। पुलिस आशीष को भी गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि टीआई का बेटा फरार चल रहा था। करण भाटिया हाईकोर्ट से जमानत पर छूट गया है। पुलिस ने आरोपी अनुराग प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसे आनन-फानन में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस बता रही है सरेंडर
आमतौर पर पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी का श्रेय लेती है लेकिन टीआई के बेटे अनुराग प्रताप सिंह की गिरफ्तारी को पुलिस सरेंडर बता रही है। पुलिस आज कोर्ट में चालान पेश करेगी। बताया जाता है कि आरोपी इंदौर का रहने वाला है, और एचडीएफसी बैंक में रिक्वरी का काम करता है।