विकास जैन/भोपाल। मानव संसाधन विकास मंत्रलाय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क पर देशभर के टाप 100 इंजीनियरिंग संस्थानों की सूची जारी की है। इसमें प्रदेश का एक भी सरकारी व प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज स्थान नहीं बना सका। भोपाल का मौलाना आजाद प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) गैरहाजिर रहा है। मेनिट निदेशक डॉ. नरेंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि रैकिंग के लिए मैनिट आवेदन नहीं कर सकता है। इसलिए वे 100 की सूची में अपना स्थान नहीं बना सके हैं। हालांकि अगले साल के लिए कवायद शुरू कर दी है।
सेंट्रल और प्रायवेट यूनिवर्सिटीज ने बचाई लाज
प्रदेश के तीन संस्थान ने अपना स्थान बनाकर प्रदेश की लाज को बचा लिया है। इसमें इंदौर की आईआईटी को रैकिंग में 16 वां स्थान, ग्वालियर का आईटीएम को 56 वां तथा जबलपुर के त्रिपलआईडीएम को 77 का स्थान हासिल हुआ है।
रैंकिंग के मापदंड
टीचिंग लर्निंग एंड रिर्सोस
रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस
ग्रेजुएशन आउटकम
आउटरीच एंड इंक्यूसिविटी परसेप्शन
टाप 100 यूनिसर्सिटी में सिर्फ...
डॉ. हरिसिंह गौर विवि सागर 39
जेपी यूनिवर्सिटी राघौगढ़ 78
टाप 50 मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशन
IIFM 8, IIM 10 , , ITM 32
टॉप फाइव इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूशन
आईआईटी चेन्नई, मुंबई, खडकरपुरा, देहली और कानपुर को चुना गया है।
क्या होगा असर
आईआईटी, एनआईटी और देश व प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए दो अप्रैल से जेईई मैंस शुरू हो जाएगी। विद्यार्थियों को संस्थान चुनने में रैकिंग महत्वपूर्ण होगी। प्रदेश का कोई भी कॉलेज रैंकिंग में शामिल नहीं है। लिहाजा विद्यार्थी बाहरी कालेजों में प्रवेश लेने का मन जरूर बनाएंगे। वहीं अनुदान भी रैंकिंग पर निर्भर होगा।