लखनऊ। पिछले आठ साल से अदालती जंग लड़ रही गैंगरेप की शिकार 35-वर्षीय एक महिला गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है, क्योंकि गुरुवार को लखनऊ जाती एक ट्रेन में दो पुरुषों ने उसे पकड़कर जबरदस्ती तेज़ाब पीने के लिए मजबूर कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को महिला से मुलाकात करने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, जहां वह आईसीयू में भर्ती है। मुख्यमंत्री ने महिला के लिए एक लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की, और पुलिस को जल्द से जल्द महिला के आक्रमणकारियों को पकड़ने का भी आदेश दिया।
इस महिला के साथ वर्ष 2008 में रायबरेली में गैंगरेप किया गया था, और उसके पेट पर तेज़ाब फेंका गया था। तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, और जल्द ही मामले की सुनवाई शुरू होने जा रही है। महिला के पति का कहना है कि उनके परिवार को लगातार धमकियां मिलती रही हैं।
महिला तीन दिन पहले अपने बच्चों से मिलने के लिए लखनऊ से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर बसे ऊंचाहार इलाके में गई थी, और गुरुवार को वहां से लौटते समय ट्रेन में उस पर हमला किया गया। महिला के पति ने कहा, "अच्छी बात है कि मुख्यमंत्री स्वयं आए, लेकिन मैं चाहता हूं कि उन लोगों को गिरफ्तार किया जाए। यह महिला एक ऐसे कैफे में काम करती है, जो तेज़ाब की शिकार महिलाओं को काम पर रखता है। महिला के पति ने कहा, "मैं बहुत गरीब आदमी हूं, लेकिन मैं यह केस इसलिए लड़ता रहा, क्योंकि मुझे अपनी पत्नी पर विश्वास है।