भोपाल। प्राइवेट स्कूलों की फीस निर्धारण और कमीशनखोरी रोकने के लिए शिक्षामंत्री के प्रयास नाकाफी प्रमाणित हो रहे हैं। इधर स्कूलों का नया सत्र प्रारंभ हो गया है और उधर मंत्री अभी तक नियम नहीं बना पाए। उल्टा 3 स्टार होटल में स्कूल संचालकों का वेलकम कर दिया। जब मीडिया ने तीखे सवाल पूछे तो मंत्रीजी भड़क गए। बोले अगली बार टेंट में पत्रकार वार्ता कराउंगा। दबी जुबान में उन्होंने यह भी कह दिया कि प्राइवेट स्कूलों के संचालक ताकतवर लोग हैं, इनमें से कुछ बड़े पत्रकार भी हैं।
मंत्री विजय शाह मीडिया के सवालों पर उस समय भड़क गए। जब उनसे तीन सितारा होटल में स्कूल संचालकों की बैठक बुलाने पर सवाल किए गए, उन्होंने बेतुका जवाब देते हुए कहा कि अगली बार पत्रकार वार्ता टेन्डर बुलाकर तंबू में करवाउंगा। असल में पूर्व में स्कूल संचालकों की एक मीटिंग तीन सितारा होटल में बुलवाई गई थी। जिसे लेकर पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछे थे। उन्होंने दबे लफ्जों में कहा कि स्कूल अमीर लोगों के हैं, जिनमें कुछ पत्रकार भी शामिल हैं। इसका अर्थ ये निकाला जा रहा है कि स्कूल संचालकों को किसी आम जगह नहीं बुलाया जा सकता था। इसलिए बैठक तीन सितारा होटल में रखी गई थी।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश पर पहले तत्कालीन स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन फिर वर्तमान मंत्री विजय शाह अलग-अलग डेडलाइन देकर नियामक कमेटी के गठन की बात कई बार कह चुके हैं। पर अभी तक किसी तरह की कमेटी बनाने में सरकार कामयाब नहीं हो सकी है।