
भारती ने कहा, अगर मंत्री मंत्रालय के काम से जा रहा है तो उसे लाल बत्ती का इस्तेमाल करने देना चाहिए, उसके लिए ट्रेफिक को भी कुछ देर तक रोका जा सकता है यहां तक की अगर फ्लाइट को भी पांच-सात मिनट की देरी हो जाती है तो कोई बात नहीं। उन्होंने कहा, लेकिन अगर कोई मंत्री किसी शादी में हिस्सा लेने जा रहा है, किसी निजी काम से जा रहा है तब उसको ये सुविधाएं नहीं दी जानी चाहिए।
फिर उमा ने अपने बयान की सफाई देते हुए कहा कि जब कोई मंत्री किसी फाइल पर साइन करने या फिर किसी अहम मीटिंग के लिए जा रहा है और वह कहीं जाम में फंस जाएगा तो उससे काफी नुकसान हो सकता है। मंत्री को हुई 2 मिनट की देरी से देश को करोड़ों का नुकसान हो सकता है।
बता दें कि यूपी की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसके बाद घोषणा हुई कि राज्य मंत्री लाल बत्ती का उपयोग नहीं करेंगे। हालांकि भाजपा की फायर ब्रांड नेता और केंद्र में मंत्री उमा भारती ने इस फैसले को गलत बताया। इस दौरान उमा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि इन्होंने ट्रेंड जो सेट किया है वो गलत है। इससे पहले पंजाब की कैप्टन सरकार में भी मंत्रियों के लाल बत्ती प्रयोग करने पर रोक लगा दी गई है।