भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वैट और सागर जिले में नजूल की जमीन की गैरकानूनी रजिस्ट्री के मुद्दे पर दो बार सदन से वॉकआउट किया। प्रश्नकाल में कांग्रेस के जयवर्धन सिंह ने मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस पर वैट की जानकारी मांगी थी। इसके उत्तर में वित्तमंत्री जयंत मलैया ने कहा कि विभाग इस संबंध में जानकारी एकत्र नहीं करता। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में राजस्व जुटाने के अन्य स्रोत नहीं होने से सरकार पेट्रोल-डीजल पर भारी वैट लगाने के लिए मजबूर है।
उनके इस उत्तर पर कांग्रेस के मुकेश नायक, डॉ गोविंद सिंह, केपी सिंह और बाला बच्चन खड़े होकर इस विषय पर बोलने लगे। विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर देश में सबसे ज्यादा वैट वसूला जा रहा है। उन्होंने इसे घटाने की मांग की।
वित्त मंत्री ने उनकी मांगों को अस्वीकार कर दिया, तो बच्चन के नेतृत्व में कांग्रेस के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।
प्रश्नकाल में ही कांग्रेस के हर्ष यादव ने सागर जिले में नजूल की जमीन की गैरकानूनी रजिस्ट्री का मुद्दा उठाया। उन्होंने आग्रह किया कि रजिस्ट्री को शून्य घोषित किया जाए और रजिस्ट्रार के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कांग्रेस के ही डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि कलेक्टर के मना करने के बावजूद रजिस्ट्री की गई।
मलैया ने अपने उत्तर में अनियमितता होने की बात खारिज करते हुए दावा किया कि बाजार दर से ज्यादा मूल्य पर जमीन की रजिस्ट्री की गई है। उनके उत्तर से असंतुष्ट होकर कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।