
योगीजी का जन्म धनु लग्न तथा मीन राशि मॆ हुआ। पत्रिका मॆ धनु राशि का गुरु लग्न मॆ बैठकर हंस योग का निर्माण कर रहा है। इस हंस योग ने ही उन्हे महान गुरु गोरखनाथ मठ की महान गुरु परम्परा का अनुगामी बनाया। कुंडली मॆ वीरता, तेज तथा युद्ध का परम कारक ग्रह मंगल सातवें स्थान मॆ बैठकर लग्नेष गुरु कॊ बल दें रहा है।
छ्ठे स्थान मॆ शनि, सूर्य तथा बुध बैठकर उन्हे प्रबल शत्रुहंता बना रहे है। छठा बुध अच्छा वाकचातुर्य दे रहा है। राशि तथा लग्न का स्वामी गुरु प्रबल होकर उत्तर दिशा मॆ उत्तम राज़योग बना रहा है।
पंडित चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184