इंदौर। कैमेस्ट्री का पेपर बिगड़ने के बाद ग्याहरवीं कक्षा की छात्रा द्वारा आत्मदाह करने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। आग मे बुरी तरह झुलसने के बाद गंभीर हालत में छात्रा को इलाज के लिए निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है, पूरे मामले में पुलिस जांच मे जुट गयी है, वहीं परिजन छात्रा के ठीक होने की दुआ मांग रहे हैं।
घटना जूनी इंदौर थाना क्षेत्र के जबरन कॉलोनी की है, यहां रहने वाली ग्याहरवीं कक्षा की एक छात्रा ने कैमेस्ट्री का पेपर बिगड़ जाने से डिप्रेशन में आकर खुद को आग के हवाले कर दिया। आग मे जलता देख छोटी बहन घबरा गयी और मां बेहोश हो गयी। पड़ोसियों की मदद से उसे पहले एमवाय अस्पताल लाया गया, लेकिन हालत बिगड़ती देख उसे निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।
लड़की की बुआ ने बताया कि 13 अप्रैल की शाम कोचिंग से आने के बाद घर के दूसरी मंजिल मे बने कमरे में जाकर लड़की ने खुद पर कैरोसीन डालकर आग लगा ली। उसने 12 तारीख को कैमेस्ट्री का एग्जाम दिया था, जिसके बिगड़ जाने की वजह से वह डिप्रेशन में थी और इसके दूसरे दिन उसने यह कदम उठा लिया।
जांच अधिकारी मनोहर सोलंकी ने बताया कि लड़की के पिता विजय जगताप घटना वाले दिन उसे कोचिंग से घर छोड़कर वापस दुकान चले गए। पिता के जाते ही उसने यह कदम उठा लिया। इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाने के बाद थाने से ही परिजनों को इसकी सूचना दी गयी, सूचना के बाद मामले की जांच शुरु कर दी है।
यह पहला मामला नहीं है जब परीक्षा के दबाव में किसी छात्र-छात्रा ने इस तरह का कदम उठाया हो। फिलहाल लड़की की हालत नाजुक बनी हुई है, लेकिन पढ़ाई का दबाव कई छात्रों की जान भी ले चुका है। पुलिस संजीवनी हेल्पलाईन के माध्यम से एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स की काउंसलिंग करने की बात कहती है, लेकिन उसके बाद भी इस तरह की घटनाएं सामने आना साबित कर रही है कि परीक्षा के दिनों स्टूडेंट्स कितने दबाव में रहते हैं।