गुना। इन दिनों जमाना ब्राह्मण और पुजारियों को जी भरकर कोसता है लेकिन वो अपनी जान जोखिम में डालकर भी लोगोें की मदद किया करते हैं। इसके बदले ना तो वो धन्यवाद की प्रत्याशा करते हैं और ना ही किसी प्रचार प्रसार की। ऐसा ही एक मामला यहां सामने आया है। 18 टन के वजनी टैंकर के नीचे एक युवक दबा था। टैंकर में से गैस रिस रही थी और पास बने हनुमान मंदिर के पुजारी उस युवक का हाथ थामे उसे ढांढस बंधाते रहे। अंतत: उनका कर्मकांड सफल हुआ और युवक की जान बचा ली गई। अब वो अस्पताल में है।
घटना रविवार सुबह करीब 11.30 बजे की है। 18 टन क्षमता वाला एक गैस टैंकर गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गैल) के विजयपुर स्थित प्लांट जा रहा था। तेज रफ्तार के साथ तीखे मोड़ पर मुड़ रहा था, तभी वह बेकाबू होकर पलट गया। वहां खड़ा 15 साल का एक युवक टैंकर के नीचे दब गया। उसका पैर टैंकर में फंस गया था। वो दर्द से तड़प रहा था और टैंकर से बेहद तेज आवाज के साथ यह अत्यंत ज्वलनशील गैस लीक होना शुरू हो गया। मारे दहशत के हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया गया। लीक होती गैस में कभी भी आग लगने के खतरा था। करीब एक किमी दूर ललुआ टोरा के हनुमान मंदिर के पुजारी देवेंद्र भार्गव को जब यह पता चला तो वो दौड़े दौड़े घटनास्थल पर आ गए। उन्होंने विशाल का हाथ थाम लिया। उसे हिम्मत बंधाते रहे। शक्तिवर्धक मंत्र फूंकते रहे। पुजारीजी के पास पहुंच जाने से बालक में भी हिम्मत आई।
इस दौरान टैंकर को हटाने के लिए लाई गई क्रेन भी आ गई। कर्मचारी बचाव में जुट गए। क्रेन की मदद से टैंकर उठाया गया। उधर लीकेज रोकने के लिए गैल की टीम लगभग ढाई घंटे बाद पहुंची। जख्मी को बचाने के लिए आधे घंटे तक बचाव कार्य चलता रहा। बालक को सही सलामत बचा लिया गया। अब वो अस्पताल में है।