ग्वालियर। ईवीएम मशीन में डेमो के दौरान किसी भी बटन को दबाने पर भाजपा को वोट मिलने का दावे के बाद भिंड के कलेक्टर इलैया राजा टी और एसपी अनिल सिंह कुशवाह का चुनाव आयोग ने ट्रांसफर कर दिया है। इसके साथ कुछ अन्य अफसरों की यहां से हटाया जा रहा है। भिंड में अगले हफ्ते अटेर विधानसभा का उपचुनाव है। शुक्रवार को दावा किया गया कि ईव्हीएम डेमो में किसी भी बटन को दबाने पर बीजेपी को वोट गया। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि मध्यप्रदेश की -मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने पत्रकारों को यह खबर छापने पर पुलिस थाने में हिरासत में रखने की चेतावनी दी।
शनिवार को इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की और आगे से सभी चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से ही कराने की मांग की।इसके बाद चुनाव आयोग ने रिपोर्ट मंगाई और तुरंत भिंड के कलेक्टर इलैया राजा टी और एसपी अनिल सिंह कुशवाह का एक साथ ट्रांसफर कर दिया। यहां पर बाद में दोनों अफसरों की नियुक्ति कराई जाएगी।
उल्लेखीय है कि अटेर में VVPAT मशीन से वोटिंग होनी है। यह एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है। मतदाता केवल सात सेकंड तक इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने साथ नहीं ले जा सकता। इसी मशीन का डेमो शुक्रवार को एमपी की मुख्य इलेक्शन ऑफिसर सलीना सिंह ने मीडिया के सामने दिया था। इसी डेमो के दौरान दो बार बटन दबाने से बीजेपी को वोट की पर्ची निकलने का दावा किया गया। जब यह मुद्दा उठाया तो उन्होंने मीडिया को जेल भेजने की धमकी दे दी। भोपाल लौटकर उन्होंने प्रेस को बुलाया और कहा कि वो भिंड में मीडिया से मजाक कर रहीं थीं साथ ही यह भी कहा कि डेमो के दौरान दो बार कमल का फूल नहीं आया। एक बार कमल का और एक बार पंजा निकलकर आया।