भोपाल। माता पिता द्वारा त्याग दी गई एक 15 वर्षीय लड़की के साथ भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र में 2 साल तक रेप होता रहा। आरोपी कोई और नहीं बल्कि उसका अपना मुंहबोला मामा रामकृष्ण महाले है। जो फिशरीज डिपाटमेंट में क्लर्क और कर्मचारी यूनियन दलित पेंथर ऑर्गनाइजेशन के प्रेसिडेंट भी है। उसकी मौसी जिसने 2 साल की उम्र से उसे बेटी की तरह पाला, वही उसका रेप करवा रही थी। बदले में वो मामा से कुछ पैसे भी लेती थी।
पीड़िता ने बताया कि वो 2 साल की उम्र में बीमार हो गई थी। उसके माता पिता के पास इतना पैसा नहीं था कि वो इलाज करा सकें इसलिए उन्होंने उसे रेशमा मौसी को सौंप दिया। रेशमा मौसी के मामा रामकृष्ण महाले अक्सर घर आते जाते थे। उस समय मेरी उम्र 13 साल की थी। एक दिन जब मौसी घर पर नहीं थी, मामा रामकृष्ण महाले मेरे लिए जूस लेकर आए। उसे पीते ही में बेहोश हो गई। जब होश में आई तो मेरे कपड़े यहां वहां पड़े हुए थे। मुझे तेज दर्द हो रहा था तभी मौसी लौटकर आ गईं। उन्होंने पूछा लेकिन मैं चुप रही।
इसके बाद यह हमेशा होने लगा। मामा रामकृष्ण महाले जब भी घर आते, मौसी उठकर बाहर चली जातीं। मामा मेरे साथ गंदा काम करता। इस बीच किसी ने पुलिस को इसकी शिकायत भी की। पुलिस ने मुझे बयान देने के लिए बुलाया लेकिन मैने कुछ नहीं बताया। मेडिकल कराने से भी मना कर दिया। मामा ने धमकी दी थी कि यदि मैने किसी को बताया तो वो मुझे कहीं का नहीं छोड़ेंगे। मेरे पास कोई दूसरा आसरा भी नहीं था। इसलिए में हमेशा चुप रही। मेरा रेप करने के बाद मामा, मौसी को पैसे भी देते थे।
इस मामले में पुलिस ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के डायरेक्शन के बाद FIR दर्ज की है। ऊंची पहुंच रखने वाले महाले को पुलिस चार दिनों में भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। एसपी नॉर्थ अरविंद सक्सेना का कहना है कि इस मामले में दो टीम तैयार कर दी गई है। आरोपी की तलाश जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।