भोपाल। वर्ष 2013 के टायपिंग स्टेनो घोटाले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने तहसील कार्यालय सागर की महिला लिपिक को गिरफ्तार किया। इस मामले में अब तक यह 20वीं गिरफ्तारी है। जानकारी के अनुसार महिला लिपिक का नाम दीप्ति ठाकुर है। दीप्ति पर भी पैसा देकर टायपिंग परीक्षा पास करने और उसके आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने का मामला दर्ज है। हालांकि अग्रिम जमानत होने के चलते उसे गिरफ्तारी की औपचारिकता कर रिहा कर दिया।
सूत्र बताते हैं कि मामले में अब तक जिन 20 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है उनमें से एक दर्जन मामलों में एसटीएफ ने अपनी जांच लगभग पूरी कर ली है और मई में इनके खिलाफ एसटीएफ कोर्ट में चालान पेश कर सकती है। इनमें पुलिसकर्मी और कोर्ट में पदस्थ स्टेनोग्राफर शामिल हैं। चालान पेश होने के साथ ही विभाग इन्हें सस्पेंड करने की कार्रवाई भी कर सकता है।
बोर्ड के अध्यक्ष से लेकर सचिव भी शामिल
टायपिंग और स्टेनो की परीक्षा में हुई धांधली के मामले में लोक शिक्षण संचालनालय की सचिव से लेकर टायपिंग बोर्ड के अध्यक्ष भी आरोपी हैं। एसटीएफ ने संचालनालय की तत्कालीन सचिव आशा जादौन, स्टेनो (टायपिंग की कॉपियां जांचने वाली), ओमप्रकाश माल्यान (कॉपी जांचने वाले) और आलोक सोनी (पुनर्मूल्यांकन का काम देखने वाले), टायपिंग बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष पांचपोर, चार रैकेटियर, एक अभ्यर्थी सहित करीब 25 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की है।