नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद बाजार में 1000 के नोट की मांग बनी हुई है लेकिन आरबीआई अब 200 का नया नोट लाने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्टस के मुताबिक जल्द ही यह नोट बाजार में आ जाएगा। इस बात का फैसला मार्च में हुई आरबीआई की बोर्ड मीटिंग में लिया गया। मीटिंग में आरबीआई में 200 के नए नोट के प्रस्ताव को पास कर दिया है। बस मोदी सरकार की मुहर का इंतजार है।
अंग्रेजी अखबार लाइव मिंट ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा कि केंद्रीय बैंक ने नए नोट को लागू करने का फैसला किया। एक बार सरकार की ओर से आधिकारिक मंजूरी मिल जाए तो 200 रुपए के नोट की छपाई इस साल जून महीने के बाद से शुरू हो सकती है। इसके अलावा कुछ अन्य वेबसाइट्स ने भी इस संबंध में पुष्टि की है। हालांकि आरबीआई की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नए नोट में कुछ अन्य सिक्योरिटी फीचर्स की शामिल किए जाएंगे। इसके अलावा कहा जा रहा है कि आरबीआई हर 3-4 साल में नोटों को सिक्योरिटी फीचर्स को बदलने पर भी विचार कर रहा है। इस दौरान, जल्द ही भारत में प्लास्टिक करेंसी लाए जाने की बात सामने आ रही है। पिछले ही महीने आरबीआई ने देश के 5 इलाकों में 10 रुपये के प्लास्टिक नोटों का ट्रायल शुरू किया था। ट्रायल की सफलता के बाद अन्य नोटों को भी प्लास्टिक करेंसी के तौर पर पेश किया जा सकता है। इस संबंध में वित्त राज्यमांत्री अर्जुन राम मेघवाल में लोकसभा में अपने लिखित जवाब में कहा था कि देश के पांच स्थानों पर प्लास्टिक नोट को ट्रायल के रूप में चलाने का फैसला लिया गया है। उनका कहना है कि वर्तमान में चल रहे कॉटन के नोट की तुलना में यह ज्यादा टिकाऊ होंगे। इसके अलावा इसमें बेहतर सिक्योरिटी फीचर्स भी होंगे।
8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में ब्लैक मनी और फेक करेंसी पर काबू करने की बात कहते हुए 500 और 1000 रुपए के नोटों को वापस लेने का फैसला किया था। जिसके बाद 500 और 2000 रुपए के नए नोटों को जारी किया गया था। हालांकि केंद्रीय बैंक द्वारा अब तक इस बात खुलासा नहीं किया गया है कि नोटबंदी के बाद पब्लिक से कितना पैसा वापस आया है। बता दें कि आरबीआई के बोर्ड में 14 सदस्य हैं। जिनमें गवर्नर उर्जित पटेल और चार डिप्टी गवर्नर्स के अलावा आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्रेटरी अंजुली छिह दुग्गाल शामिल है।