नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में एक युवक ने कोर्ट की कार्रवाई के दौरान अपनी पत्नी को तीन बार तलाक कहा और फरार हो गया। यह सुनकर उसकी पत्नी रुकैया खातून कोर्ट के भीतर ही बेहोश हो गई। कोर्ट में रुकैया ने गुजारा भत्ता के लिए केस लगाया था। उसी की सुनवाई चल रही थी। मिली जानकारी के अनुसार 2014 में रुकैया खातून का निकाह महफूज़ अहमद के साथ हुआ था। अहमद शादी के बाद से ही दहेज में बाइक, सोने की चेन और पैसे समेत कई चीजों की मांग कर रहा था। रुकैया के परिवार ने उनकी मांग पूरी करने से इनकार कर दिया, जिसके चलते उसके ससुरालवालों उसे प्रताड़ित करने लगे। इस सबसे परेशान आकर रुकैया ने अपने ससुरालवालों के खिलाफ 2015 में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसी के साथ रुकैया ने गुजारे भत्ते के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की।
इस मामले की सुनवाई के लिए गोंडा के फैमिली कोर्ट में पहुंचे अहमद ने कोर्ट परिसर में रुकैया को तलाक दे दिया। रुकैया ने कहा कि पहले मेरे ससुरालवालों ने मुझे दहेज के लिए प्रताड़ित किया और अब मेरे पति ने मुझे तलाक दे दिया। मैं अपना और अपनी डेढ़ साल की बेटी का पालन-पोषण कैसे करुंगी। रुकैया ने कहा कि अहमद ने मेरी और मेरी बेटी दोनों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है।
इस बारे में जब स्थानीय मौलाना से बात की गई तो उन्होंने कहा हमारे पास इस मामले की कोई शिकायत नहीं आई है। अगर महिला हमसे इसकी शिकायत करती है तो उस व्यक्ति का समाज से बहिष्कार कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि हाल ही में राजधानी लखनऊ के नदवा कालेज में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय मैराथन बैठक हुई थी, जिसमें कहा गया था कि अगर कोई भी व्यक्ति इस प्रकार अपनी बीवी को तलाक देगा तो उसका सामाजिक बहिष्कार दिया जाएगा।